फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी ने अपना द्वितीय स्थापना दिवस दिव्यांग बच्चों के साथ मनाया

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देहरादून, मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में कार्यरत फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी ने अपना द्वितीय स्थापना दिवस अनाथ, मानसिक विक्षिप्त और दिव्यांग बच्चों के साथ मनाया। संस्था के कार्यकर्ताओं ने बच्चों के साथ विभिन्न खेल खेले, कहानियाँ सुनाई, उनसे बातें करी और उपहार बांटे। इस अवसर पर संस्था के अध्यक्ष डॉ. पवन शर्मा ने कहा कि उन्होंने अपने मित्रों के साथ समाज सेवा के क्षेत्र में फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसायटी की स्थापना जनवरी 2020 में की, उसके बाद कोरोना काल में संस्था को लोगों के मानसिक स्वस्थ को बनाए रखने और नकारात्मक सोच और प्रभाव को खत्म करने के लिए और सेवा के भरपूर मौके मिले। संस्था के सदस्य इस बात पर बहुत गौरवांवित महसूस करते हैं कि संस्था की स्थापना के शुरुआत से ही समाज मे योगदान देने के बहुत मौके मिले और मानसिक स्वास्थ्य के लिए संस्था के उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रधान मंत्री कार्यालय से सराहना भी की गयी। डॉ. पवन शर्मा ने कहा कि आज की युवा पीढ़ी अब मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत जागरूक हो रही है, युवा पीढ़ी स्वयं अपनी मानसिक चुनौतियों से निपटने के लिए पेशेवरों को ढूंढती है और सलाह मांग कर सुझाए गए उपाय गम्भीरता से अमल में लाती है, जिसमें से 70 प्रतिशत से अधिक महिलाएं होती हैं, जो इस बात का संकेत है कि जल्दी ही मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी शर्मिन्दगी और कलंक की प्रवृत्ति से छुटकारा मिल जाएगा। 

डॉ. पवन शर्मा ने बताया कि कोरोना काल और लाॅकडाउन की वज़ह से लगभग प्रत्येक व्यक्ती मानसिक तनाव, हताशा, अवसाद जैसी चुनौतियों का सामना कर रहा है। ये समस्याएं हर घर-परिवार का माहौल प्रभावित कर रही है। ऐसे हालातों से बचने के लिए फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसाइटी समय समय पर मानसिक स्वास्थ्य के लिए जागरूक करने के लिए सेमिनार, कार्यशाला, स्वास्थ्य कैंप जैसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करती रहती है। 14 वर्ष से अधिक का कोई भी व्यक्ति संस्था के द्वारा निशुल्क परामर्श सेवा प्राप्त कर सकता है। डॉ. पवन शर्मा ने मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी कलंक की दुर्भावना और शर्मिन्दगी को छोड़कर लोगों से अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए आगे बढ़कर पहल करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य हमारे शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्तवपूर्ण है, और जिस तरह से हम अपनी शारीरिक स्वास्थ्य के लिए प्रयास करते रहते हैं उसी प्रकार अपने मानसिक स्वास्थ्य के लिए किसी पेशेवर की मदद लेना चाहिए। इस अवसर पर संस्था के  सचिव राहुल भाटिया, उपाध्यक्ष श्रीमती विभा भट्ट, कोषाध्यक्ष श्रीमती भूमिका भट्ट शर्मा, सदस्य एडवोकेट कुलदीप भारद्वाज और श्रीमती पूनम नौडियाल ने अपनी सेवाएं प्रदान की।

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