देहरादून-14 जनवरी 2022- माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर महादेव गढ़ी कैंट देहरादून में पुनः कोरोना की बढ़ती हुई रफ्तार को देखते हुए इस बार मकर संक्रांति पर्व पर वह बहुत ही सूक्ष्म रूप में मनाया गया, भक्तों को सोशल डिस्टेंसिंग के साथ खिचड़ी का प्रसाद वितरीत किया गया , साथ मास्क भी वितरित किए गए मन्दिर के संस्थापक आध्यात्मिक गुरु आचार्य बिपिन जोशी ने भक्तों से अनुरोध किया कोरोना गाइडलाइन का अवश्य पालन करें, मास्क जरूर पहने, जरूरी काम होने पर ही बहार निकले भीड़भाड़ से बचें और वैक्सीन अवश्य लगाएं। इस अवसर पर गीता जोशी,एडवोकेट तनुज जोशी,वैभव जोशी,पंडित हर्षपति रयाल, दीपेंद्र नौटियाल, गणेश विजलवान, अखिलेश भट्ट आदि का सहयोग रहा।
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पहाड़ों की रानी मसूरी में आयोजित फूड फेस्टिवल का समापन
Spread the loveदेहरादून। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) की ओर से पहाड़ों की रानी मसूरी में आयोजित फूड फेस्टिवल का समापन हो गया फेस्टिवल के समापन के मौके पर प्रदेश के पर्यटन को बढ़ावा देने एवं उत्तराखंड में सुरक्षित यात्रा का संदेश देने के लिए उत्तराखंड हिमालयन एमटीबी चैलेंज साइकिल रैली का आयोजन किया गया जिसका खिताब पुरुष वर्ग में देवांश पंवार और महिला वर्ग में सुनिता श्रेष्ठा के नाम रहा। जबकि पुरुष वर्ग में आर्यन सिंह दूसरे और आदित्य सक्सेना तीसरे स्थान पर रहे। महिला वर्ग में वंदना सिंह दूसरे व शिवांगी राना तीसरे स्थान पर रहीफेस्टिवल के समापन के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें कलाकारों ने रंगारंग प्रस्तुति देकर प्रदेश की लोक संस्कृति से रूबरू कराया। यूटीडीबी के सहयोग से नियोविजन संस्था द्वारा आयोजित की गई रैली के विजेता को 30 हजार रुपये के नकद पुरस्कार व प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया गया। दूसरे स्थान पर आने प्रतिभागी को 15 हजार रुपये और तीसरे स्थान पर रहे विजेता को साढ़े सात हजार रुपये के नकद इनाम देकर सम्मानित किया गयावहीं एमटीबी चैलेंज साइकिल रैली मसूरी से टिहरी जिले के मौर्याना टॉप और धनोल्टी से होते हुए, मसूरी में संपन्न हुई।रैली के आयोजक गजेंद्र रमोला और अजय कंडारी ने कहा कि साइकिल रैली का आयोजन कराने का उद्देश्य उत्तराखंड में साहसिक खेलों को बढ़ावा देना है।हमें उम्मीद है कि आने वाले दिनों में उत्तराखंड राज्य साहसिक खेलों के लिए अपनी एक नई पहचान बनायेगा। यूटीडीबी के अपर निदेशक विवेक सिंह चौहान ने कहा कि पारंपरिक पकवानों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से तीन दिवसीय फूड फेस्टिवल का आयोजन किया गया था। फेस्टिवल में लगाए गए 20 स्टॉल में पर्यटकों ने गढ़वाल और कुमाऊंनी व्यंजन जैसे धूमरू पल्लर, अल्मोड़ा की बाल मिठाई, मंडुवा और जौ की रोटी, कुलथ की दाल, कद्दू का रायता, तिल की चटनी, झंगोरे की खीर, मीठा भात, गुलगुला, तुअर दाल, झंगोरा एवं कंडाली का साग आदि व्यंजनों का स्वाद चखा। वहीं फेस्टिवल में बच्चों के लिए विभिन्न खेल गतिविधियां का भी आयोजन किया गया।