डप्लोमा फार्मासिस्टों प्रशासन के समक्ष रखी प्रमुख मांगे

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देहरादून। प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा फार्मासिस्ट एलोपैथिक की नियुक्ति सहित अन्य विभिन्न मांगों के सम्बंध में एक प्रेस वार्ता का आयोजन लैंस डाउन चैक स्थित उत्तरांचल प्रेस क्लब में किया गया। इस अवसर पर महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष महादेव गौड़ ने पत्रकारों को सम्बोधित करते हुये कहा कि प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा एलोपैथिक फर्मासिस्ट महासंघ उत्तराखंड विगत 19 अगस्त 2021 से अपनी विभिन्न मांगों के सम्बंघ में एकता विहार धरना स्थल देहरादून में आन्दोलनरत है महासंघ द्वारा इस बीच स्वास्थ्य महानिदेशालय से लेकर मुख्यमंत्री आवास तक अपनी मांगों के सम्बंध में रेलियां व प्रदर्शन किया गया और आमरण अनशन पश्चात मिले आश्वासन पर भी अभी तक प्रशासन के द्वारा बेरोजगार फर्मासिस्टों की मांगों को लेकर कोई संज्ञान नही लिया गया है जिससें 21000 प्रशिक्षित बेरोजगार डिप्लोमा एलोपैथिक फार्मासिस्ट प्रशासन की इस संवेदनहीनता से हतप्रभ है और रोजगार की राह देश रहे बेरोजगार फार्मासिस्टों का रोष चरम पर है क्योंकि अधिकतर बेरोजगार फार्मासिस्ट भर्ती की निर्धारित आयुसीमा पर करने की कगार पर है। वार्ता के दौरान उन्होंने यह भी कहा कि विषम भौगोलिक परिस्थितियों में जन स्वास्थ्य को सुदृढ़ करने में फार्मासिस्टों की अहम भूमिका से प्रदेश के सभी लोग परिचित है। कोरोना काल में भी फार्मासिस्टों का अहम योगदान रहा है।

उन्होंने मुख्यमंत्री से यह भी अनुरोध किया कि हमारी निम्नवत प्रमुख मांगों के सम्बन्ध में तत्काल संज्ञान लेते हुए एक आवश्यक कार्यवाही करने हेतु सम्बन्धित को अविलम्ब निर्देशित करने की कृपा करें। महासंघ द्वारा रखी गई प्रमुख मागों में उपकेन्द्रों व वेलनेस सेन्टरों में पूर्व में सृजित 536 फार्मासिस्ट के पदों को जनहित में आईपीएचएस मानकों को फार्मेंसी संर्वग में शिथिलता बरतते हुए यथावत रखा जाए, विभाग में उपकेन्द्रें सहित फार्मासिस्टों के रिक्त पदों पर तत्काल भर्ती प्रक्रिया हेतु विज्ञप्ति प्रकाशित की जाए,जनस्वास्थ्य को सुदृढ़ करने के दृष्टिगत जनहिम में पर्वतीय क्षेत्रों में अवस्थित सभी अवशेष 1368 उपकेन्द्रों में फार्मासिस्ट के पदों का सृजन करते हुए नियमित नियुक्ति की जाए, समस्त स्थापित एवं प्रस्तावित राजकीय मेडिकल काॅलेजों में शासन स्तर पर लम्बित 119 फार्मासिस्ट के पदों के सृजन प्रस्ताव पर कार्यवाही अमल में लायी जाए और राज्य में संचालित समस्त मेडिकल स्टोरों में फर्मासिस्ट की अनिवार्यता सुनिश्चित की जाए।पत्रकार वार्ता के दौरान जयप्रकाश गैरोला, शैलेन्द्र नौटियाल, विनोद धीमान, रंजन धनगर विक्रम ठाकुर और इन्दु डंगवाला आदि समेत महासंघ के कई लोग मौजूद थे।