देहरादून 08 अक्टूबर, राज्य के औद्योगिक विकास एवं एमएसएमई मंत्री गणेश जोशी ने आज दिल्ली में भारी उद्योग मंत्री महेंद्रनाथ पाण्डेय से मुलाकात कर सिडकुल औद्योगिक आस्थान हरिद्वार में इनलैंड कंटेनर डिपो (आईसीडी) स्थापित किए जाने के लिए आवश्यक सहयोग मांगा। औद्योगिक विकास मंत्री द्वारा की गई इस मांग पर केंद्रीय मंत्री द्वारा सहमति जताते हुए सभी प्रकार के सहयोग का वादा किया। औद्योगिक विकास मंत्री गणेश जोशी ने बताया कि भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्री महेंद्र नाथ पांडे से अत्यधिक सकारात्मक मुलाकात हुई। वह उत्तराखंड में औद्योगिक विकास की हर एक संभावना में सहयोग करने के लिए तत्पर दिखाई दिए। मैंने उन्हें अवगत कराया कि हरिद्वार एक बड़े औद्योगिक केन्द्र के रूप में स्थापित हुआ है। यहां पर ऑटोमोबाइल, फार्मा, एफएमसीजी, इंजीनियरिंग, पैकेजिंग तथा एग्रो बेस्ड प्रतिष्ठित कम्पनियों की औद्योगिक इकाईयां कार्यरत हैं। उत्तराखण्ड एक लैण्ड-लाक्ड स्टेट है और लाजिस्टिक कास्ट अत्यधिक होने के कारण निर्यात बढ़ाने की राज्य के सामने बड़ी चुनौती है। राज्य में कुमाऊ मण्डल के अन्तर्गत पन्तनगर तथा काशीपुर में दो इनलैण्ड कन्टेनर डिपो स्थापित हैं। राज्य सरकार विगत कई वर्षों से हरिद्वार में भी एक इनलैण्ड कन्टेनर डिपो स्थापित करने के लिए प्रयासरत है। इसके लिए बीएचईएल हरिद्वार में रिक्त 35 एकड़ भूमि पर बीएचईएल तथा कानकोर द्वारा संयुक्त रूप से आईसीडी की स्थापना का प्रस्ताव है और भूमि के हस्तान्तरण पर भारत सरकार के भारी उद्योग मंत्रालय द्वारा निर्णय लिया जाना है। उत्तराखण्ड राज्य की ओर से पूर्व में भी वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार को उपरोक्त प्रकरण के सम्बन्ध में अनुरोध किया जा चुका है। किन्तु भूमि के हस्तान्तरण के सम्बन्ध में निर्णय न होने से इस विषय पर कोई प्रगति नहीं हो पायी है। हरिद्वार में इनलैण्ड कन्टेनर डिपो की शीघ्र स्थापना की दिशा में कार्यवाही हेतु केंद्रीय मंत्री से आग्रह किया, जिस पर उन्होंने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है। उद्योग मंत्री गणेश जोशी ने केंद्रीय उद्योग मंत्री को बाबा केदार की प्रतिकृति भी भेंट की।
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हरि मां प्रियंका नीम करोली बाबा के आश्रम जाएंगी
Spread the loveनैनीताल 10 अक्टूबर, 2021। आज जब संसार में सभी लोग धन-दौलत, शोहरत और अन्य भौतिक सुखों को हासिल करने के लिए दौड़ रहे हैं, केवल उनमें से कुछ ही लोगों को वास्तव में आध्यात्मिक ज्ञान की प्राप्ति होती है। हरि मां प्रियंका ऐसी ही एक शांत दिव्य आत्मा है, जो जन्म-मरण के चक्र से मुक्ति की दिशा में चल रही हैं। हरि मां प्रियंका देवभूमि उत्तराखंड में हैं। आने वाले दिनों में वह रानीखेत में महा अवतार बाबा की गुफा और नीम करोली बाबा के आश्रम जाएंगी। हरि मां प्रियंका ने उत्तराखंड पहुंचने के बाद कहा, “मैं अब अपने असली घर पहुंच गई हूं। मैं रानीखेत जाकर महावतार बाबाजी की गुफा में जाऊंगी। बाबाजी मेरे परम पिता हैं। मैं आने वाले दिनों में नीम करोली बाबा के आश्रम जाना चाहती हूं। ” हरि मां ने बताया कि नीम करोली बाबा ने मुझे बार-बार कहा की मेरे घर आओ और मेरे यहां के लोगो से मिलो, मैंने कई बार ये यात्रा रद्द की, मैं स्थिर हूं, मुझे कभी कहीं जाने की इच्छा नहीं होती सब कुछ मुझमें है, मुझे कहीं जाने की जरूरत नहीं, पर बाबा करोली ने मुझे यहां बुला के छोड़ा। मैं आने वाले दिनों में नीम करोली बाबा के आश्रम में जाऊंगी।” आध्यात्मिकता की राह पर चलने से पहले हरि मां प्रियंका एक मॉडल, स्टार, एथलीट थी। उन्होंने मार्शल आटर्स में बहुत से मेडल जीते हैं। उन्होंने भारत की सबसे बड़ी क्रिएटिव प्रॉडक्शन एजेंसियों में से एक का संचालन किया है। अपने अस्तित्व की अंतिम प्रकृति से तालमेल की जरूरत महसूस होने के बाद हरि मां प्रियंका ने सब कुछ शून्य को समर्पित कर दिया और मुक्ति की राह पर चल पड़ीं। हरि मां प्रियंका ने कहा, “मैं ईश्वर का वाहन बन गई हूं, जो मैं पहले भी थी और भविष्य में भी रहूंगी। मेरी उनसे अलग कोई पहचान नहीं है। उनका वास्तविक व्यक्तित्व उनकी देवात्मा है। हालांकि हरि मां प्रियंका में आस्था रखने वाले श्रद्धालुओं की संख्या बहुत हैं, लेकिन वह उनसे कुछ भी दक्षिणा नहीं लेती। यहां तक कि वह कोई उपहार भी स्वीकार नहीं करतीं। हरि मां प्रियंका के अनुयायियों के पास उन्हें देखकर और सुनकर ऊर्जा प्राप्त करने के तरीके के संबंध में कई कहानियां हैं। उनके कुछ अनुयायियों का दावा है कि वह अपने गुजरे हुए समय और भविष्य में जाने में सक्षम हैं, जबकि उनके कुछ अनुयायियों ने बताया कि हरि मां प्रियंका की शरण में जाने से उन्हें असीम मानसिक और आध्यात्मिक शांति मिलती है और उनके शरीर के रोंगटे खड़े हो जाते हैं। हरि मां प्रियंका को देखने और सुनने के बाद कुछ लोगों की आंखों से खुशी के मारे आंसू बहने लगते हैं। हालांकि मां का कहना है, “वह कुछ नही करतीं। आध्यात्मिक ज्ञान की दिव्य रोशनी सभी लोगों में मौजूद है, लेकिन वह किसी अन्य चीज की खोज में व्यस्त हैं।“ हरि मां प्रियंका जोर देकर कहती हैं, आध्यात्म और दिव्यता का प्रकाश सभी लोगों में हमेशा मौजूद रहता है, लेकिन मेरे बच्चों, आप सभी लोग कोई और चीज खोजने में व्यस्त रहते हैं। जो लोग जनम और मरण के असली अर्थ को समझने के इस सफर में हरि मां प्रियंका के साथ शामिल होना चाहते हैं उनका सादर स्वागत हैं। माँ व्यापार और भौतिक लक्ष्यों वाले लोगों का मनोरंजन नहीं करती हैं। जो आत्माएं परिपक्वता कि ओर हैं और मुक्ति पथ पर चलने के लिए तैयार हैं, वे विश्व शांति गगार होटल, गगार, उत्तराखंड में मां के आशीर्वाद के लिए आ सकते हैं या नीचे दिए गए लिंक के माध्यम से भी संपर्क कर सकते हैं।