देहरादून, मानसिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में निरंतर और अग्रणी भूमिका निभाने वाली संस्था फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसायटी ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर निःशुल्क परामर्श शिविर और कार्यशाला का आयोजन किया। इस शिविर में संस्था के संस्थापक और अध्यक्ष मनोवैज्ञानिक डॉ. पवन शर्मा ने अन्य साथी मनोवैज्ञानिकों के साथ आए हुए प्रतिभागियों को उनकी मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान किया और विभिन्न परिस्थितियों में जरूरी एन एल पी थेरपी भी दी। प्रतिभागियों में 14 वर्ष से अधिक के छात्रों और पेशेवरों ने अपनी मानसिक समस्याओं और चुनौतियों के बारे में चर्चा की और निःशुल्क परामर्श प्राप्त किया।
छोटे बच्चों की मानसिक समस्याओं के निराकरण के लिए उनके माता पिता को एक कार्यशाला के माध्यम से मानसिक समस्याओं के बारे में जागरूक किया गया और उनकी जिज्ञासाओं को जानकर उनके सवालों के जवाब भी दिये गये। छोटे बच्चों को विभिन्न खेलों के माध्यम से मानसिक कार्यकुशलता के बारे में सिखाया गया। शिक्षा क्षेत्र में अनुभवी भूमिका भट्ट, विभा भट्ट और पूनम नौडियाल ने अपने अनुभवों से अभिभावकों को कई महत्वपूर्ण बातें बताई। एडवोकेट कुलदीप भारद्वाज और राहुल भाटिया ने अपने पेशेवर कौशल से पेशेवरों की समस्याओं का समाधान करने में योगदान दिया।
डॉ. पवन शर्मा ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण है और इसे शारीरिक स्वास्थ्य जितना ही महत्व देना चाहिए। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड राज्य में मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता के लिए गाँवों में भी शिविर आयोजित करके वहाँ के निवासियों को सेवाएं उपलब्ध करा रहे हैं। फोरगिवनेस फाउंडेशन सोसायटी मानसिक स्वास्थ्य की जागरूकता के लिए विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य के लिए जागरूकता और समाधान के लिए निरंतर कार्य करती रहती है।