देहरादूनः3 अक्टूबर, 2021 वंचित समुदायो के बच्चों तक भोजन पहुंचाने के प्रयास में आसरा ट्रस्ट ने 2 अक्टूबर 2021 को अपनी पहल ‘फूड फॉर थॉट’ के तहत अराघर, देहरादून में एक सेंट्रलाइज़्ड किचन का लॉन्च किया है। यह नई सेंट्रलाइज़्ड किचन रोज़ाना 1,600 ज़रूरतमंद बच्चों को खाना मुहैया कराएगी; उन्हें ताज़ा, हाइजीनिक एवं संतुलित भोजन उपलब्ध कराएगी। इस प्रोजेक्ट के लिए ट्रस्ट ने उत्तराखण्ड के शिक्षा विभाग के साथ साझेदारी की है। लाल फैमिली फाउन्डेशन एवं किलाचन्द परिवार ने एक ही परिसर में सेंट्रलाइज़्ड किचन एवं मल्टीपरपज़ हॉल बनाने के लिए सहयोग प्रदान किया है। पीडब्ल्यूसी इंडिया फाउन्डेशन ने भी इस पहल को समर्थन प्रदान करने के लिए हाथ बढ़ाए। पीडब्ल्यूसी ने बच्चों को मुहैया कराए जाने वाले खाने की गुणवत्ता एवं उत्पादन बढ़ाने के लिए ज़रूरी उपकरण उपलब्ध कराए हैं। बंशीधर तिवारी, महानिदेशक शिक्षा/ एसपीडी एसएसए, उत्तराखण्ड ने मुख्य अतिथि तथा संजीव कृष्णनन, चेयरमैन, पीडब्ल्यूसी इंडिया ने माननीय अतिथि के रूप में उद्घाटन समारोह की शोभा बढ़ाई। आर.पी. दंडरियाल, डिप्टी डायरेक्टर, प्राइमरी एजुकेशन एवं सीनियर लीडरशिप, जयवीर सिंह, वाईस चेयरमैन, पीडब्ल्यूसी इंडिया फाउन्डेशन भी कार्यक्रम में मौजूद थे। देहरादून में फैली आसरा की सभी 43 परियोजनाओं में पोषण पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाता है। बच्चों को सेहतमंद भोजन उपलब्ध कराकर उनके स्वास्थ्य में सुधार लाना तथा कक्षा में उनकी नियमित उपस्थिति को सुनिश्चित कर उनकी लर्निंग को बेहतर बनाना इस सेंट्रलाइज़्ड किचन का मुख्य उद्देश्य है। इस पहल के माध्यम से आसरा ज़्यादा से ज़्यादा बच्चों तक पहुंचने और उन्हें शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए प्रयासरत है। सेंट्रलाइज़्ड किचन इसकी 13 सालों की यात्रा में बड़ी उपलब्धि है, इस यात्रा के दौरान वंचित समुदायों के बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्यसेवाएं, आश्रय एवं व्यवसायिक प्रशिक्षण प्रदान कर उनके समग्र विकास को बढ़ावा दिया गया है।शैला बृजनाथ, चेयरपर्सन, आसरा ट्रस्ट ने कहा, ‘‘हम स्कूली बच्चों की शिक्षा को बढ़ावा देना चाहते हैं। इसके लिए उनकी कल्पना और उत्सुकता को प्रोत्साहित करने की ज़रूरत है; लेकिन इससे भी पहले ज़रूरतमंद बच्चों को खाना मुहैया कराना ज़रूरी है। क्योंकि खाली पेट कोई भी बच्चा पढ़ाई नहीं कर सकता। यही सही मायना में ‘फूड फॉर थॉट’ है।’’संजीव कृष्णन, चेयरमैन, पीडब्ल्यूसी इंडिया एवं पीडब्ल्यूसी इंडिया फाउन्डेशन ने कहा, ‘‘स्वस्थ समाज के लक्ष्य को हासिल करने के लिए गुणवत्तापूर्ण पोषण को सुलभ बनाना बहुत ज़रूरी है। पीडब्ल्यूसी इंडिया फाउन्डेशन भुखमरी से जूझ रहे समुदायों को पोषण प्रदान करने के लिए प्रयासरत रहा है और बच्चों के पोषण पर विशेष रूप से ज़ोर देता रहा है। हमें खुशी है कि हर बच्चे के लिए गरिमामय जीवन को सुनिश्चित करने के इस मिशन में हमें आसरा ट्रस्ट के साथ साझेदारी करने और उनके सहयोग से देहरादून के बच्चों के लिए कम्युनिटी किचन ‘फूड फॉर थॉट’ प्रोजेक्ट की शुरूआत करने का अवसर मिला है। हमें उम्मीद है कि इस पहल के माध्यम से ज़रूरतमंद बच्चों तक ताज़ा एवं पोषक आहार पहुंचाया जा सकेगा, जो उनके समग्र विकास के लिए बहुत ज़रूरी है।’;
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कुमाऊं के बलजुरी पर्वत के लिए दून से रवाना हुआ पर्वतारोहण दल
Spread the loveदेहरादून 16 सितंबर 2022:उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद एवं भारतीय पर्वतारोहण फाउंडेशन (आई.एम.एफ.) के सहयोग से आयोजित पर्वतारोहण अभियान के तहत शुक्रवार को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने हरी झंडी दिखाकर दल को रवाना किया।दल के पर्वतारोही अगले कुछ दिनों तक कुमाऊं की पिंडर घाटी के बलजुरी पर्वत पर आरोहण करेंगे। इसके साथ ही पर्यटन मंत्री ने गढ़वाल हिमालय के श्रीकंठ पर्वत का सफलता पूर्वक आरोहण कर लौटे दल को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। शुक्रवार को गढ़ी कैंट स्थित उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद (यूटीडीबी) के परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस पर्वतारोहण अभियान का उद्देश्य पौधरोपण, पॉलिथीन के उपयोग से बचने और पर्यावरण संरक्षण का संदेश भी देना है। इस अभियान से युवाओं को गाइड आदि क्षेत्रों में रोजगार के अवसरों की जानकारी मिलेगी। 12 सदस्यों का यह पर्वतारोहण दल अगले कुछ दिनों तक 5922 मीटर ऊंचाई पर स्थित बलजुरी पर्वत पर आरोहण करेगा। जबकि इससे पहले पर्वतारोहण दल ने 6133 मीटर ऊंचाई पर स्थित श्रीकंठ पर्वत का सफलता से आरोहण किया। पर्वतारोही दल को शुभकामनाएं देते हुए पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने राधा मोहन सिकदर श्रीकंठ को याद करते हुए कहा कि उत्तराखण्ड में साहसिक खेलों की अपार संभावनाएं हैं। निश्चित रूप से पर्वतारोहण अभियान दल इस क्षेत्र में रुचि रखने वाले युवाओं को प्रेरित करेगा और प्रदेश के युवा इस क्षेत्र में पर्यटन, रोजगार संबंधी जानकारी प्राप्त करने और अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में प्रमुख भूमिका निभा सकेंगे। साथ ही उन्होंने इस तरह के अभियान के लिए सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शीतकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ ही ऐसे अन्य पर्वतों पर भी पर्वतारोहण अभियान चलाए जाएंगे। ताकि प्रदेश के उन पर्वतों को भी पहचान मिल सके जिन्हें लोग जानते नहीं हैं। सचिव पर्यटन सचिन कुर्वे ने बताया कि यूटीडीबी की ओर से इंडियन माउंटेनियरिंग फाउंडेशन के साथ मिलकर पहली बार पर्वतारोहण अभियान आयोजित किया जा रहा है। इसका मुख्य उद्देश्य पर्वतारोहण क्षेत्र में काम करने वाले युवाओं में अत्यधिक निपुणता लाना और उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काम करने के अवसर प्रदान कराना है। यूटीडीबी के अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी (साहसिक विंग) कर्नल अश्विनी पुण्डीर ने बताया कि 11 सदस्य पर्वतारोहण दल ने उत्तरकाशी से 75 किलोमीटर की दूरी वाहन से तय करने बाद 03 दिन के ट्रेक को पूरा करते हुए श्रीकंठ पर्वत के बेस कैंप पहुंचे थे और अगले 20 दिन में दल ने श्रीकंठ पर्वत का आरोहण किया। आई.एम.एफ की अध्यक्ष हर्षवन्ती बिष्ट ने सफलता पूर्वत लौटे पर्वतारोहण दल को शुभकामनाएं देते हुए और अभियान के लिए रवाना हुए दल की सफला की कामना की। इस मौके पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी पूजा गर्ब्याल, पर्यटन अपर निदेशक विवेक सिंह चौहान, थल क्रिड़ा विशेषज्ञ रणवीर सिंह नेगी समेत विभाग के अन्य अधिकारी मौजूद रहे।