देहरादून। जैन धर्म के चौबीसवें तीर्थंकर भगवान महावीर जयंती के पहले दिन बुधवार को शहर के सभी जैन मंदिरों में विशेष पूजा अर्चना की गई। जैन धर्मशाला में विराजमान आचार्य विबुद्ध सागर जी महाराज ने अपने प्रवचन में जैन धर्म और भगवान महावीर की वाणी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में भगवान महावीर के जियो और जीने दो के सिद्धांत की महत्ता और बढ़ गई है। मानव जाति के कल्याण के लिए इनको जीवन में धारण करना बहुत आवश्यक है।
आज समाज और संसार में फैली हिंसा से हो रही जन धन की हानी को धर्म के आचरण से ही रक्षित किया जा सकता है। जन्मोत्सव के उपलक्ष में संध्या काल में भारतीय जैन मिलन की शाखा महिला जैन मिलन मूक माटी द्वारा एक नाटिका का मंचन जैन धर्मशाला गांधी रोड स्थित पर बड़ी धूमधाम से किया गया। मूक माटी द्वारा सुंदर नाटिका ष्सती चेलना के धर्म की परीक्षा की प्रस्तुति दी गई। जिसमें बताया गया कैसे एक विधर्मी राजा से विवाह होने के पश्चात चेलना को अपने धर्म की परीक्षा से गुजरना पड़ता है।
जिसमें मूक माटी की वीरांगनाओं ने बहुत सुंदर अभिनय किया। कार्यक्रम में संगीता जैन, पूनम जैन, सरिता जैन, वंशिका जैन, नमन जैन, मीनू जैन, दीपा हैं। रिचा जैन, प्रियंका जैन, अमिता जैन, सुरभि जिन,प्रियल जैन, नितिका जैन, प्रिया जैन ने बहुत सुंदर अभिनय किया। छोटे बच्चों द्वारा नृत्य प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम में सकल जैन समाज के गणमान्य, उत्सव समिति के संयोजक अर्जुन जैन, आशीष जैन, मीडिया संयोजक गोपाल सिंघल, राहुल जैन, भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय कार्य अध्यक्ष वीर नरेश चंद जैन,जैन धर्म शाला के मंत्री संदीप जैन सहित सभी गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।