देहरादून: महानगर कांग्रेस कमेटी देहरादून के अध्यक्ष श्री लालचन्द शर्मा जी द्वारा कोरोना महामारी से मृत हुए लोगों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए की आर्थिक सहायता दिए जाने, अनाथ हुए बच्चों की समुचित शिक्षा और लालन पालन कराए जाने और बच्चों को अस्पतालों की भीड़भाड़ में कोरोना संक्रमण से बचाने के लिए अस्पतालों के बजाए स्कूलों में स्वास्थ्यकर्मियों की देखरेख में कोरोना का टीका लगाए जाने के संबंध में ज्ञापन जिलाधिकारी के माध्यम से महामहिम राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा गया।महानगर अध्यक्ष लालचंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी आपका ध्यान एक महत्वपूर्ण बिंदू की ओर दिलाना चाहती है, जिसे पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता माननीय श्री राहुल गांधी जी भी उठा चुके हैं। जैसा कि अवगत है कि कोरोना की पहली और दूसरी लहर में बड़ी संख्या में लोगों की असमय मृत्यु हो गई थी। कई लोगों को उपचार न मिलने तो कई को दवा तक उपलब्ध होने के कारण अपनी जान गंवानी पड़ी। इससे लाखों की संख्या में मासूम बच्चों ने अपने माता-पिता दोनों को खो दिया। तो कई बच्चों के सिर से पूरे परिवार का ही साया उठ गया। कई परिवार ऐसे भी हैं, जिनमें कमाऊ सदस्य की मौत हो गई और उनके परिवार के सदस्यों को बच्चों और अपना लालन-पालन और उनकी पढ़ाई लिखाई कराना बहुत मुश्किल हो रहा है। ऐसे में देश का भविष्य माने जाने वाले बच्चों पर सबसे ज्यादा संकट खड़ा हो गया है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी आप महामहिम राष्ट्रपति से विनम्र प्रार्थना करती है कि एक तो जिन लोगों की मौत कोरोना से हुई है, उनके आश्रितों को हर व्यक्ति की मौत पर 4-4 लाख रुपए तत्काल मुआवजा दिए जाने की व्यवस्था करने की कृपा करें। इसके अलावा निराश्रित हुए बच्चों और ऐसे बच्चे जिनके परिवार ने कमाऊ सदस्य खो दिया। उनके लालन-पालन से लेकर 12वीं तक की शिक्षा निशुल्क की जाए और उन्हें हर माह प्रत्येक बच्चे के हिसाब से कम से कम पांच-पांच हजार रुपए की 12वीं कक्षा तक आर्थिक मदद की जाए। साथ ही कोरोना से मरे लोगों के आश्रितों को रोजगार में आरक्षण दिया जाए और जिनके परिवार के कमाऊ सदस्य की मौत हो गई है उनके परिवार में एक व्यक्ति को सदस्य को सरकार नौकरी उपलब्ध कराए।उन्होने बताया कि इसके अलावा माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद मोदी जी ने 15 से 18 साल तक के किशोरों को आगामी 10 जनवरी से कोरोना टीकाकरण की जो घोषणा की है, उस अभियान में भी सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। अस्पतालों में टीकाकरण से वहां मरीजों की भीड़ होने के कारण किशोरों में कोरोना और इसके नए स्वरूप ओमिक्रान आदि बीमारियों के फैलने की प्रबल संभावना है। इसलिए किशोरों को अस्पताल में टीका लगाने की बजाय स्कूलों में स्वास्थ्य कर्मियों की देखरेख में टीका लगाया जाना उचित होगा। इसी तरह किशोरों के टीकाकरण में पिछली बार की तरह पंजीकरण और स्लॉट बुक न होने जैसी समस्या नहीं हो, इसके लिए भी ठोस उपाय किए जाने जरूरी हैं। वहीं, बुजुर्गों, गंभीर बीमारी से ग्रसित लोगों और फ्रंटलाइन वर्करों, स्वास्थ्यकर्मियों व अन्य को बूस्टर डोज दिए जाने पर भी स्थिति स्पष्ट की जाने की आवश्यकता है। इसके साथ ही कोरोना और इसके नए वेरिएंट ओमिक्रान संक्रमण की बढ़ती आशंका को देखते हुए इसकी रोकथाम के लिए अभी से ठोस उपाय किए जाने की सख्त आवश्यकता है। ताकि पिछली बार की तरह मरीजों की संख्या बढ़ने पर अस्पतालों में समुचित इलाज उपलब्ध न होने के कारण लोगों को जान नहीं गंवानी पड़े। कांग्रेस पार्टी आप महामहिम से उम्मीद करती है कि आप इस प्रकरण में प्राथमिकता से संज्ञान लेते हुए केंद्र और राज्य सरकारों को निर्देशित करने की कृपा करेंगे। कांग्रेस पार्टी इसके लिए सदैव आपकी आभारी रहेगी।ज्ञापन देने में नगर निगम नेता प्रतिपक्ष डाॅ0 विजेन्द्र पाल, मोहन भण्डारी, संदीप चमोली, रोबिन त्यागी, विनित भटट बन्टू, आयुष सेमवाल, कमरखान ताबी, जितेन्द्र नेगी, अभय अथूरिया, सौरभ, सम्मलित रहे।
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