देहरादून। भारतीय वानिकी अनुसंधान एंव शिक्षा परिषद् में बुधवार 14 सितंबर 2022 को हिंदी पखवाड़े के अंतर्गत हिंदी दिवस का आयोजन किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ साहित्यकार, श्री सुभाष पंत को हिंदी साहित्य में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया। विदित है कि इस वर्ष हिंदी
दिवस का शुभारंभ पूरे देश में गृहमंत्री जी की घोषणा के साथ सूरत, गुजरात में हुआ है। श्री अरुण सिंह रावत, महानिदेशक भा.वा.अ.शि.प. ने हिंदी पखवाड़ा के कार्यक्रम की अध्यक्षता की जिसमें भा.वा.अ.शि.प. के समस्त अधिकारियों, वैज्ञानिकों, एवं कर्मचारियों ने हिस्सा लिया।
अपने संबोधन में श्री पंत ने कहा कि भाषा हमारे पूर्वजों की सबसे समृद्ध विरासत है। उन्होनें कहा कि सभी भाषाएं समृद्ध हैं और अगर आप अन्य भाषाओं से प्यार करेंगे तो आपकी भाषा को भी सम्मान मिलेगा। साहित्य की ताकत के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि विश्व की
सभी महान शख्सियतों ने साहित्यकार बनना चाहा क्योंकि साहित्य आपके अंदर संवेदना पैदा करता है और बिना संवेदना के मनुष्य पशु समान है।
उन्होंने कहा कि एक सभ्य समाज के लिए साहित्य और वृक्ष परम आवश्यक हैं। महानिदेशक, भा.वा.अ.शि.प. इस अवसर पर परिषद् तथा इसके संस्थानों में हिंदी के बढ़ते प्रयोग के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि विगत वर्षों में परिषद एवं संस्थानों के सरकारी काम-काज में हिंदी के प्रयोग में वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि खासतौर पर अहिंदी भाषी प्रदेशों में स्थित संस्थान हिंदी के प्रयोग में बहुत अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं तथा उन्होंने राजभाषा लक्ष्य भी प्राप्त कर लिए हैं। उन्होनें अपने संबोधन में सभी कार्मिकों से पखवाड़े के दौरान आयोजित प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की।
डॉ. सुधीर कुमार, उपमहानिदेशक, विस्तार निदेशालय ने इस अवसर पर सभी का स्वागत किया। डॉ. गीता जोशी, सहायक महानिदेशक, मीडिया एवं विस्तार प्रभाग ने हिंदी पखवाड़ा के शुभारंभ के अवसर पर महानिदेशक महोदय, मुख्य अतिथि, श्री सुभाष पंत एवं सभागार में उपस्थित अधिकारियों एवं कार्मिकों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर श्री राकेश कुमार डोगरा, उप महानिदेशक, प्रशासन निदेशालय, डॉ. सुधीर कुमार, उप महानिदेशक, विस्तार निदेशालय, एवं डॉ. गीता जोशी, सहायक महानिदेशक, मीडिया एवं विस्तार प्रभाग उपस्थित रहे।