देहरादून: राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य दिवस पर सरस्वती शिशु मंदिर मजगांव में पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी के नेतृत्व में तथा प्रधानाचार्य महावीर सिंह धनोला के अध्यक्षता में बच्चों के अच्छा स्वास्थ्य वृद्धि के लिए राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य दिवस मनाया गया। यह दिवस अक्टूबर माह के पहले सोमवार को मनाया जाता हैं जिसका उद्देश्य स्वस्थ विकास को बढ़ावा देना और बाल मृत्यु को समाप्त करना है। पर्यावरणविद् वृक्षमित्र डॉ त्रिलोक चंद्र सोनी ने कहा संतुलन पौष्टिक आहार से बच्चे स्वस्थ होंगे जिसके लिए हमें उन्हें फल, पौष्टिक आहार देना चाहिए पौष्टिक आहार ना मिलनव से कई बच्चे कुपोषण के शिकार हो जाते हैं कुपोषण के कारण कई बच्चों को अपनी जांन तक गवानी पड़ती हैं। बच्चे स्वस्थ रहे जिसके लिए सरकार ने कई योजनाएं चलाई हैं जिसमे प्रधानमंत्री पौष्टिक आहार योजना, आंगनवाड़ी केन्द्र व स्वास्थ्य केंद्रों द्वारा संचालित किए जाते हैं ताकि बच्चों को संतुलित आहार मिल सके और वे स्वथ्य रह सके। कहा स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क तभी हो सकता हैं जब हम अपने बच्चों को पौष्टिक संतुलन आहार देंगे। प्रधानाचार्य महावीर सिंह धनोला ने बच्चों को स्वच्छ रहने के लिए कहा। कहा गंदगी हमारे शरीर को बीमार करती हैं हमें अपने आसपास स्वच्छता बनाये रखना चाहिए। कार्यक्रम में अनिल हटवाल, रोहित, विजेंद्र, हुकुम सिंह कण्डारी, सुमति डबरियाल, सुनीता कण्डारी, सीमा उनियाल, अंशिका, अंकिता, आयुष धनोला, अभिषेक, दीपक हटवाल, राजपाल आदि सम्मलित हुए।
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वरिष्ठ पत्रकार प्रेम प्रकाश की पुस्तक ‘रिपोर्टिंग इंडिया’ के हिंदी संस्करण का विमोचन
Spread the loveदेहरादून। देश के सुप्रसिद्ध पत्रकार प्रेम प्रकाश द्वारा लिखी गयी एक अतुलनीय पुस्तक ‘रिपोर्टिंग इंडिया’ के हिंदी अनुवाद का विमोचन दिल्ली में किया गया देश के सुप्रसिद्ध पत्रकार एवं इस पुस्तक के लेखक प्रेम प्रकाश, संजीव कपूर, नीलिमा डालमिया अधर (दिल्ली की अहसास वूमेन), वंदना सिंह और मनीषा जैन (प्रभा खेतान फाउंडेशन की ब्रांडिंग और कम्यूनिकेशन प्रमुख) की गरिमामयी उपस्थिति में राजनाथ सिंह जी ने इस पुस्तक के हिंदी संस्करण का विमोचन किया।प्रेम प्रकाश जी एक प्रतिष्ठित भारतीय पत्रकार और भारत की सबसे बड़ी टेलीविजन समाचार एजेंसी एशियन न्यूज इंटरनेशनल (एएनआई) के चेयरमैन हैं। उन्होंने आजादी के बाद के भारत की कुछ दिलचस्प और यादगार पहलुओं को कवर किया हैउन्होंने 1950 के दशक से सदी के अंत तक भारतीय उपमहाद्वीप में हुई प्रमुख घटनाओं की सूचना लोगों तक पहुंचायी है। वह फ्रांस, जर्मनी और संयुक्त राज्य अमेरिका के अग्रणी विदेशी प्रसारकों के साथ भी काम कर चुके हैं।प्रेम प्रकाश जी द्वारा लिखी गयी अद्भुद जानकारी से भरी पुस्तक ‘रिपोर्टिंग इंडिया’ ‘माई सेवेंटी ईयर जर्नी ऐज ए जर्नलिस्ट’ के हिंदी अनुवाद का विमोचन देश के माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनके अकबर रोड स्थित आवास पर किया। पुस्तक का हिंदी अनुवाद प्रभा खेतान फाउंडेशन द्वारा किया गया है। इसे देश के विभिन्न कोने में साहित्यकारों और पाठकों तक पहुंचाने का नेतृत्व भी इसी संगठन ने लिया है। इस पुस्तक के हिंदी अनुवाद का प्रकाशन प्रभात प्रकाशन द्वारा किया गया है।इस यादगार मौके पर मनीषा जैन ने देश के माननीय रक्षा मंत्री को स्मृति चिन्ह के तौर पर फाउंडेशन की पत्रिका ‘प्रभा’ के साथ देश के जानेमाने कलाकार सुदीप्त कुंडू द्वारा डिजाइन की गई ‘प्रभा’ अंकित सिरेमिक प्लेट भेंट की।प्रभा खेतान फाउंडेशन साहित्य और अनुवाद के प्रति गहरा सम्मान रखता है, क्योंकि अनुवाद एक दूसरे के बारे में जानने और एक दूसरे से सीखने का अवसर प्रदान करता है। भारत एक ऐसा देश है, जिसके विभिन्न राज्यों में रहनेवाले लोग आपस में सैकड़ों भाषाएं बोलचाल में प्रयोग करते हैं, अनुवाद शब्दों और विचारों को समय और भौगोलिक दायरे के जरिये अपनी भाषा को समझाने में सक्षम बनाता है।