पाठ्यक्रम में मानव मूल्यों, स्थानीय भाषा, संस्कृति व पारम्परिक ज्ञान को समाहित किए जाने पर जोर दिया गया

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देहरादून।2020 की राष्ट्रीय शिक्षा नीति में मानव मूल्यों, स्थानीय भाषा, संस्कृति, पारम्परिक ज्ञान को पाठ्यक्रम में समाहित किए जाने के लिए शनिवार  को निदेशक, एनसीईआरटी, नई दिल्ली डा० दिनेश प्रसाद सकलानी द्वारा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिपेक्ष्य में एससीईआरटी उत्तराखण्ड की समीक्षा की गयी। बैठक में राकेश कुंवर, निदेशक, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण, उत्तराखण्ड डा० निदेश प्रसाद सकलानी, निदेशक, एनसीईआरटी नई दिल्ली का स्वागत किया गया तथा राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत राज्य पाठ्यचर्या निर्माण के अन्तर्गत राज्यों के सुझावों के टेक प्लेटफार्म पर अंकना की प्रगति साझा की गयी । डा०सकलानी द्वारा अवगत कराया गया कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने के लिए क्रियान्वयन के लिए टाईम लाईन  इसलिए दी गयी है ताकि हम सही प्रकार से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 पर कार्य कर पायें।

डा० सकलानी द्वारा शिक्षा में मानव मूल्यों, स्थानीय भाषा, संस्कृति, पारम्परिक ज्ञान को पाठ्यक्रम में समाहित किए जाने पर जोर दिया गया।
बैठक में राज्य में एससीईआरटी उत्तराखण्ड द्वारा किए जा रहे मुख्य कार्यों का प्रस्तुतिकरण भी किया गया, जिसके अन्तर्गत एफ एलएन  के तहत कक्षा-1 के लिए  ‘आरोही’ स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम, बालवाटिका हस्तपुस्तिका का निर्माण, ब्रिज कोर्स आनन्दम, बालसखा कार्यक्रम, अबेकस, मिशन कोशिश, प्रतिभा दिवस, वर्चुअल लैब, प्रवेशोत्सव आदि शामिल हैं। बैठक में  बंशीधर तिवारी, महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा, उत्तराखण्ड द्वारा कहा गया कि डा० सकलानी का निदेशक एनसीईआरटी के रूप में उत्तराखण्ड राज्य में आना गौरव का विषय है तथा डा० सकलानी को आश्वस्त किया गया कि उत्तराखण्ड राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुपालन में अग्रणी रूप में रहेगा।

इस अवसर  सीमा जौनसारी निदेशक, विद्यालयी शिक्षा (माध्यमिक) उत्तराखण्ड,  वन्दना गर्व्याल, निदेशक, विद्यालयी शिक्षा (बेसिक), उत्तराखण्ड, डा० आर०डी० शर्मा, अपर निदेशक, एससीईआरटी, उत्तराखण्ड, अपर निदेशक सीमैट, उत्तराखण्ड डा० मुकुल कुमार सती, अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा अभियान, अपर निदेशक, विद्यालयी शिक्षा (बेसिक), उत्तराखण्ड कंचन देवराड़ी संयुक्त निदेशक एससीईआरटी उत्तराखण्ड,  आशा पैन्यूली, संयुक्त निदेशक एससीईआरटी उत्तराखण्ड  प्रदीप रावत, विभागाध्यक्ष, पाठ्यक्रम विभाग, एससीईआरटी, उत्तराखण्ड तथा एससीईआरटी व सीमैट उत्तराखण्ड के अधिकारी व प्रवक्ता उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन व प्रस्तुतिकरण संयुक्त रूप से डा० केएन बिजल्वाण, सहायक निदेशक एससीईआरटी, उत्तराखण्ड व डा० मोहन बिष्ट, प्रोफेशनल, सीमैट, उत्तराखण्ड द्वारा किया गया। कार्यक्रम के अन्त में डा० आरडी शर्मा, अपर निदेशक, एससीईआरटी, उत्तराखण्ड द्वारा पुनः डा० सकलानी निदेशक, एनसीईआरटी नई दिल्ली का धन्यवाद ज्ञापित किया गया।