देहरादून। गुरुवार को नितेश झा सचिव पंचायतीराज की अध्यक्षता में निदेशालय पंचायतीराज, उत्तराखण्ड में राज्य के प्रधान संगठन, क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष संगठन, अध्यक्ष जिला पंचायत संगठन एवं अन्य पदाधिकारियों के साथ सम्बन्धित पंचायतों की मांगों के सम्बन्ध में बैठक की गई। इस मौके पर त्रिस्तरीय पंचायतों के प्रतिनिधियों -पदाधिकारियों द्वारा अपनी-अपनी मांगों को सचिव पंचायतीराज के समक्ष रखा गया । जिस पर सचिव द्वारा अवगत कराया गया कि इनमें से कुछ मांगें पूरी हो चुकी है तथा कुछ में शासन स्तर से कार्यवाही लम्बित है।
जिस पर सकारात्मक कार्यवाही करने का आश्वासन दिया गया। इसके अलावा सचिव पंचायतीराज द्वारा राज्य में संचालित जल जीवन मिशन कार्यक्रम के तहत त्रिस्तरीय पंचायतों में निर्मित हो चुकी योजनाओं को पंचायतों को हस्तांतरित किये जाने के सम्बन्ध में अनुरोध किया गया और साथ ही निर्माणाधीन योजनाओं का कार्यपूर्ण होते ही उक्त योजनाओं को भी पंचायतों को हस्तांतरित करते हुए समस्त हस्तांतरित योजनाओं का अनुरक्षण- संचालन किये जाने का अनुरोध किया गया। साथ ही पंचायत प्रतिनिधियों से यह भी अपेक्षा की गयी कि वे टाईड अनुदान के अन्तर्गत प्राप्त धनराशि का उपयोग जल जीवन मिशन की योजनाओं में भी कर सकते हैं।
सचिव पंचायतीराज द्वारा यह भी अवगत कराया गया कि क्षेत्र पंचायत मल्टी विलेज स्कीम का निर्माण कराये एक से अधिक क्षेत्र पंचायतों को लाभान्वित करने वाली योजनाओं का निर्माण जिला पंचायतें कराये साथ ही जल जीवन मिशन के अन्तर्गत पानी की गुणवत्ता मापने के लिए वाटर टेस्टिंग किट का अधिक से अधिक उपयोग करें। इसके लिए स्कूली बच्चों का सहयोग लिया जाए। प्रधान समय-समय पर पानी की गुणवत्ता, पानी की पर्याप्त उपलब्धता एवं क्षतिग्रस्त पाईप लाइनों की मरम्मत , रख-रखाव पर विशेष ध्यान दें तथा निरंतर पंचायत स्तर पर जल जीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा करते रहें। बैठक में पंचायतीराज विभाग के सचिव नितेश कुमार झा, संयुक्त सचिव ओमकार सिंह, निदेशक बंशीधर तिवारी, संयुक्त निदेशक राजीव कुमार नाथ त्रिपाठी व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।