देहरादून, 30 नवंबर: स्नातक करने वाली महिलाओं के जीवन में बदलाव लाने के लिए तुलाज़ इंस्टिट्यूट ने आज कॉलेज परिसर में मैरिको सेंटर फॉर वुमन एम्पावरमेंट का उद्घाटन किया। आईसीटी अकादमी द्वारा कार्यान्वित, इस सेंटर का उद्देश्य संस्थान की महिला छात्रों को आईटी और बीएफएसआई क्षेत्र के रोजगार कौशल के साथ सशक्त बनाना है। मैरिको सेंटर ऑफ एक्सीलेंस 84 छात्रों को रोजगार योग्यता कौशल पर प्रशिक्षित करेगा, प्रमाणन प्रदान करेगा और प्रमाणित छात्रों के लिए प्लेसमेंट की सुविधा प्रदान करेगा।
छात्रों को डेटा एनालिटिक्स, पायथन प्रोग्रामिंग, क्लाउड इंफ्रास्ट्रक्चर एंड सर्विसेज, और बैंकिंग वे वित्तीय साक्षरता जैसे कौशल पर प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रशिक्षण वर्चुअल मोड के माध्यम से 75 घंटे के लिए दिया जाएगा, इसके बाद विशेषज्ञ परामर्श और प्लेसमेंट सुविधा दी जाएगी। भविष्य में कार्यक्रम की स्थिरता के लिए, मेजबान संस्थानों के संकाय सदस्यों को भी प्रशिक्षित किया जाएगा।
सेंटर फॉर वीमेन एम्पावरमेंट का उद्घाटन तुलाज़ इंस्टिट्यूट की कार्यकारी निदेशक सिल्की जैन, डीन अकादमिक, तुलाज़ इंस्टिट्यूट डॉ निशांत सक्सेना, उपाध्यक्ष-प्रौद्योगिकी, तुलाज़ इंस्टिट्यूट डॉ राघव गर्ग, प्रमुख – कॉर्पोरेट एंड गवर्नमेंट इनिशिएटिव, आईसीटी अकादमी बी राघव श्रीनिवासन, स्टेट हेड – एकेडमिक ऑपरेशंस, आईसीटी एकेडमी कमलेश सिंह, और रिलेशनशिप मैनेजर – एकेडमिक ऑपरेशंस, आईसीटी एकेडमी आदित्य सिंह द्वारा किया गया था।
तुलाज़ इंस्टिट्यूट की कार्यकारी निदेशक सिल्की जैन ने कहा, “तुलाज़ इंस्टिट्यूट समाज और राष्ट्र की सेवा के लिए काम करता आ रहा है। एक शिक्षित महिला एक शक्तिशाली इंसान होती है क्योंकि उसके पास अपने परिवार के सभी सदस्यों को शिक्षित करने, निर्णय लेने, मार्गदर्शन करने और सही राह से भटक जाने के बाद अपने परिवार को सलाह देने की क्षमता रखती है। एक शिक्षित महिला अपने परिवार, समाज, वे पूरे राष्ट्र की वृद्धि के लिए आर्थिक रूप से योगदान देने में समर्थ है।”
आईसीटी अकादमी से कॉर्पोरेट एंड गवर्नमेंट इनिशिएटिव के प्रमुख बी. राघव श्रीनिवासन ने कहा, “हम महिला छात्रों को लक्षित करने वाले एक प्रमुख कार्यक्रम को लागू करने में मैरिको लिमिटेड के समर्थन के लिए धन्यवाद देना चाहते हैं। मेरा मानना है कि मैरिको सेंटर फॉर वुमन एम्पावरमेंट योग्य छात्राओं के जीवन का हिस्सा बन कर एक सकारात्मक प्रभाव पैदा करेगा।”