देहरादून। द हैरिटेज स्कूल के जूनियर वर्ग के बच्चों के वार्षिक स्पोर्टस डे पर बच्चों में काफी उत्साह दिखाई दिया और इस अवसर पर बच्चों ने पदक हासिल कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया। इस अवसर पर ओवरआल हाउस चैम्पियन ट्राफी पर सागवान सदन ने कब्जा किया। द हैरिटेज स्कूल के परिसर में द हैरिटेज स्कूल के जूनियर वर्ग के बच्चों का वार्षिक स्पोर्टस डे का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सरिता खोसला, स्कूल के चेयरमैन चैधरी अवधेश कुमार, डायरेक्टर विक्रांत चैधरी, काउंसलर चारू चैधरी, प्रधानाचार्य डा. अंजू त्यागी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्जवलित कर शुभारंभ किया। इस अवसर पर बच्चों ने अनेकों स्पर्धायें आयोजित की गई और जिसमें बच्चों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया और पदक हासिल किये।
इस अवसर पर जूनियर स्कूल के चारों सदनों शिवालिक सदन, मंदाकिनी सदन, मानेाल सदन और सागवान सदन ने कदम ताल करते हुए मार्च पास्ट किया और जिसका नेतृत्व स्कूल के हैड ब्वाॅय चैधरी अधिराज सिंह और हैड गर्ल एशन्या पंत ने किया। इस अवसर पर एलकेजी, यूकेजी और कक्षा एक के विद्यार्थियों ने कई प्रकार की रोमांचक और मजेदार दौड में प्रतिभाग कर प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। कक्षा दो से कक्षा पांच तक के विद्यार्थियों ने 50 मीटर दौड और रिले दौड में भाग किया और भरपूर जोश दिखाते हुए प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान हासिल किया। इस अवसर पर कक्षा दो से पांच के विद्यार्थियों ने कराटे, जिमनास्टिक ओर मास पीटी का सुंदर प्रदर्शन किया और सभी को अपनी ओर आकर्षित किया।
इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ सदन और सर्वश्रेष्ठ मार्च पास्ट सदन की घोषणा की गई। इस अवसर पर सर्वश्रेष्ठ सदन मार्च पास्ट में शिवालिक सदन रहा और हाउस चैम्पियनशिप ट्राफी में सागवान सदन ने शानदार जीत हासिल की। इस अवसर पर कक्षा दो के सर्वश्रेष्ठ धाक में शशांक बर्मन व शिवांगी अग्रवाल रही जबकि कक्षा मीन में वैभव रावत व सृष्टि पंवार, कक्षा चार में अविरल चंद्रा व दीपका कैनी और कक्षा पांच वेदांश आर्या व अनन्या भटट रहे। इस अवसर पर कार्यक्रम की मुख्य अतिथि खोसला ने कहा की युवाओं को पढ़ाई के साथ-साथ खेलकूद में भी अपनी प्रतिभा दिखानी चाहिए। उन्होंने कहा कि जरूरी नहीं है कि पढ़ाई से ही रोजगार मिले। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी बनकर भी अच्छा रोजगार पाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि खेलने से शारीरिक मानसिक विकास होता है और शरीर भी स्वस्थ रहता है। उन्होंने कहा कि खेलों से छात्र छात्रायें आगे बढने में सहायक होती है।
उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे से दूर रखना है तो उन्हें खेलो के प्रति जागरूक करना होगा। उन्होंने कहा कि बच्चों ने बेहतरीन खेलों का परिचय दिया है और खेल जीवन के लिए जरूरी है और खेलों से अनुशासन की भावना पैदा होती है और खेलांे से मनोरंजन भी होता है। उन्होंने कहा कि खेलों की ओर भी ध्यान केन्द्रित करने की जरूरत है। इस अवसर पर उन्होंने विजेताओं व खेलों में प्रतिभाग करने वाले छात्र छात्राओं को बधाई व शुभकामनायें दी। इस अवसर पर स्कूल की काउंसलर चारू चैधरी ने मुख्य अतिथि को स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। इस अवसर पर राष्ट्रगान के साथ स्पोर्टस डे का समापन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सरिता खोसला, स्कूल के चेयरमैन चैधरी अवधेश कुमार, डायरेक्टर विक्रांत चैधरी, काउंसलर चारू चैधरी, समन्वयक ऋचा शर्मा, प्रधानाचार्य डा. अंजू त्यागी सहित शिक्षक, शिक्षिकायें, छात्र छात्रायें उपस्थित रहे।