देहरादून। उत्तराखण्ड विधानसभा के लिए अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने कहा कि किसानों की बदहाली को लेकर उन्होंने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला और कहा कि केन्द्र सरकार किसानों का अहित करने पर तुली हुई है। यहां कांग्रेस मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू होते हुए उन्होंने कहा कि ग्रामीण भारत में कृषि परिवारों की स्थिति को लेकर सितंबर 2०21 में राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने रिपोर्ट जारी की थी जिसमें भारत के किसानों की दुर्दशा सामने आई है उसे शब्दों में व्यक्त करना भी कठिन है। उन्होंने कहा कि भाजपा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार किसानों की आय दोगुनी करने का दावा करते रहते हैं लेकिन इस रिपोर्ट में पूंजी पतियों को पूजने वाली नरेन्द्र मोदी सरकार ने आय दोगुनी करने की अपेक्षा खेती की लागत को कई गुना बढ़ा दिया है। उन्होंने कहा कि इतना ही नहीं भारत के किसानों को नरेन्द्र मोदी सरकार ने आकंठ कर्ज में डूबा दिया है।
उन्होंने कहा कि किसान इस समय खेती से दूर हुए साथी मजदूरी करने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट में चौंकाने वाली बात यह है कि भारत के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले किसान परिवार खेती की अपेक्षा मजदूरी करने को अधिक मजदूर किसानों को होने वाली आमदनी में 39.8 प्रतिशत हिस्सा वह प्रतिमा मजदूरी से अर्जित कर रहे हैं जो कि औसतन चार हजार ०63 रुपए प्रतिमाह है फसल उत्पादन से 37. 2 प्रतिशत जो कि औसतन 37.98 प्रतिशत है।
इस अवसर पर इसके अलावा उन्होंने कहा कि पशुपालन में लगे किसान मजदूर परिवारों का पशुपालन पर बोस्टन मासिक खर्चा 1267 प्रतिमाह आता है और इसमें पशुओं के खाने की व्यवस्था वेटरनरी सर्विस लेबर चार्ज अन्य खर्च को जोड़कर भी यदि देखें तो बहुत ही ज्यादा बेकार है उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसान सम्मान निधि में रूपये 6००० टीए लागत बढ़ाकर रूपये 25००० लूटने का काम भी सरकार ने किया इसके अलावा समर्थन मूल्य कांग्रेस सरकार ने 2००6 एवं 2००7 से 2०13 से 2०14 के बीच समर्थन मूल्य में 2०5: तक की वृद्धि की थी मैं मोदी सरकार ने धान में मात्र 48 प्रतिशत और गेहूं में मात्र 4० प्रतिशत की वृद्धि की है।
उन्होंने कहा कि निजी बीमा कंपनियों को किसान योजना प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना जिसे फरवरी 2०14 में नरेन्द्र मोदी ने यह कहकर लागू किया था कि यह विश्व की सबसे अच्छी फसल बीमा योजना है और इस योजना का हाल यह है कि प्रधानमंत्री के अपने प्रांत गुजरात में इस पर ताला लगा दिया है।
इस अवसर पर मुख्य चुनाव पर्यवेक्षक मोहन प्रकाश ने कहा है कि केन्द्र सरकार लगातार किसानों की अनदेखी करती आ रही है जिसे किसी भी दशा में सहन नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में नरेन्द्र मोदी सरकार कहीं नहीं दिखी जबकि कांग्रेस व सामाजिक संगठन के लोग राहत कार्यों में लगे रहे। इस मामले में मोदी सरकार पर आपराधिक मामला दर्ज होना चाहिए। मोहन प्रकाश ने कहा कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए चुनाव प्रचार के तरीकों में भी बदलाव किया जा रहा है। उन्होंने राज्य में हरीश रावत, गणेश गोदियाल, प्रीतम सिंह व अन्य नेता भी वर्चुअल रैली के जरिये लोगों तक अपनी बात पहुंचाएंगे। इस अवसर पर वार्ता में मथुरादत्त जोशी, गरिमा महरा दसौनी, राजीव महर्षि, डा. प्रतिमा सिंह, दीप वोहरा, मनमोहन शर्मा आदि कार्यकर्ता शामिल थे।Attachments area