देहरादून- श्रीमती गीता कपूर निदेशक (कार्मिक), एसजेवीएन ने आज एनएच-5 से कंपनी के कॉर्पोरेट मुख्यालय शिमला तक वैकल्पिक संपर्क मार्ग का भूमि पूजन किया। भूमि पूजन श्री ए.के. सिंह निदेशक (वित्त) और श्री. एस.पी बंसल निदेशक (सिविल)की गरिमामयी उपस्थिति में किया गया। इस अवसर पर श्री एस.पटनायक, कार्यकारी निदेशक (मानव संसाधन) अन्य वरिष्ठ अधिकारियों एवं कर्मचारियों सहित उपस्थित थे।
इस अवसर परश्री नन्द लाल शर्मा, अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक, एसजेवीएन ने बताया कि ‘शक्ति सदन’, कंपनी का कारपोरेट कार्यालय परिसर है, जो संगठन का मुख्य केंद्र हैऔर लगभग 40 बीघा भूमि पर अवस्थित है।उन्होंने बताया कि कारपोरेट मुख्यालय को हरित भवन अवधारणा के साथ अत्याधुनिक तकनीकों से इसका डिजाइन और निर्माण किया गया है।उन्होंने अवगत करवाया कि इस स्वचालित कार्यालय परिसर में 100 किलोवाट सौर ऊर्जा प्रणाली और 40 किलोवाट सोलर वाटर हीटिंग प्रणाली के अलावा वर्षा जल संचयन प्रणाली भी शामिल है।कार्यालय परिसर में प्राकृतिक प्रकाश और ऊर्जा की बचत के लिए पर्याप्त प्राकृतिक प्रकाश व्यवस्था और कांच की खिड़कियों का भी उपयोग किया जाता है।
श्री नन्द लाल शर्मा ने बताया कि निगम मुख्यालय भवन के अतिरिक्त, 300 से अधिक वाहनों की पार्किंग सुविधा के साथ एक गेस्ट हाउस ब्लॉक और एक ऑडिटोरियम ब्लॉक भी बनाया जा रहा है।एनएच-5 से कारपोरेट कार्यालय परिसर तक करीब 125 मीटर के इस वैकल्पिक संपर्क मार्ग का निर्माण लगभग 2.5 करोड़ रूपए की अनुमानित लागत पर किया जा रहा है।श्री शर्मा ने कहाकि पूर्ण रूप से विकसित कारपोरेट कार्यालय परिसर एसजेवीएन को सिनर्जी इफेक्ट्स का लाभ उठाने और वर्ष 2023 तक 5000 मेगावाट, वर्ष 2030 तक 25000 मेगावाट और वर्ष 2040 तक 50000 मेगावाट की स्थापित क्षमता के अपने संशोधित साझा विजन को प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा।
वर्तमान में एसजेवीएन के पास 16800 मेगावाट से अधिक का पोर्टफोलियो है, जिसमें 2016.51 मेगावाट स्थापित क्षमता है और शेष विकास के विभिन्न चरणों में है।कंपनी पहले ही 9 भारतीय राज्यों और पड़ोसी देशों नामत: नेपाल और भूटान में अपनीउपस्थिति दर्ज करा चुकी है।वास्तविक मायनों मेंआजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुएएसजेवीएन न केवल विद्युत उत्पादन में अपितुविद्युतट्रांसमिशन और पावरट्रेडिंग के क्षेत्र में भी तीव्रता से प्रगति कर रहा है।