हरिद्वार। बाल अपराध की रोकथाम एवं भिक्षावृत्ति कराने वाले अपराधियों पर अंकुश लगाने के सम्बन्ध में एसएसपी अजय सिंह द्वारा दिए गए निर्देश के क्रम में एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट ने कल आवारा किस्म के शातिर नशाखोर प्रिंस पुत्र मनोज निवासी रोड़ी बेलवाला हरिद्वार के कब्जे से नाबालिग सगी बहनों को आजाद कराने में कामयाबी हासिल की।
एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (A.H.T.U) टीम द्वारा की गई पूछताछ में जानकारी मिली की मां का देहांत होने पर कथित पिता दोनों सगी बहनों को हरिद्वार छोड़कर चला गया था। लावारिस होकर गुजर बसर की कोशिश कर रही दोनों बहनों के सम्पर्क में आने पर अभियुक्त प्रिंस ने पहले इन दोनों को डरा-धमकाकर पहले जबरदस्ती फ्लूड नशे आदि का सेवन कराकर उनका शारीरिक शोषण करना शुरु किया और फिर हर की पैड़ी में भिक्षाटन का काम करवाना शुरु कर दिया।
मुखबिर से सूचना मिलने पर नोडल ऑफिसर निहारिका सेमवाल के निर्देशन में A.H.T.U. टीम ने दोनों नाबालिक बहनों को मुक्त कराकर अभियुक्त प्रिन्स के विरुद्ध कोतवाली नगर में पोक्सो एक्ट व अन्य सुसंगत धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कराकर अभियुक्त प्रिन्स को न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया तथा बालिकाओं को शिशु बालिका गृह केदारपुरम देहरादून में आश्रय दिलाया गया।