देहरादून।आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि पिछले 2 दिन से यूक्रेन में युद्ध के जो हालात हैं उन्हें देखते हुए वहां पर बसे उत्तराखंड के लोगों को वापस बुलाने का जिम्मा उत्तराखंड सरकार को उठाना चाहिए। रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि उत्तराखंड पुलिस द्वारा एक संदेश जारी किया गया जिसमें यह कहा गया है कि यूक्रेन में रह रहे लोगों की जानकारी उन तक उपलब्ध कराई जाए ।परंतु हमारा यह कहना है कि लोग स्वयं यह जानकारी दें उससे पहले उत्तराखंड सरकार को इसकी जिम्मेदारी उठाते हुए दूतावासों से जानकारी निकाल कर वहां पर बसे लोगों से स्वयं संपर्क कर उनको वापस लाने का जिम्मा उठाना चाहिए। यही नहीं इस समय पर जब टिकटें 80 हजार और ₹100000 तक की हो रही है ऐसे में उन पर अतिरिक्त बोझ ना डालते हुए उत्तराखंड सरकार को चाहिए की उनके आने का सारा खर्चा भी सरकार स्वयं वहन करें ।रविंद्र सिंह आनंद ने कहा कि यह मांग उनकी उत्तराखंड सरकार से ही नहीं बल्कि भारत सरकार से भी है कि यूक्रेन में बसे भारतीयों को लाने का जिम्मा मोदी सरकार को उठाना चाहिए और उनको अपने खर्चे पर भारत वापस लाने की व्यवस्था की जानी चाहिए।
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लायंस क्लब इंटरनेशनल ने दुनिया का सबसे बड़ा ई-वेस्ट ड्राइव लॉन्च किया
Spread the loveदेहरादून। अपनी सामाजिक प्रतिबद्धता को ध्यान में रखते हुए, लायंस क्लब इंटरनेशनल ने आज हिंदुस्तान ईवेस्ट मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड (एचईडब्लू) के साथ ‘डंप एंड डोनेट’ नामक दुनिया के सबसे बड़े ई-कचरा संग्रह अभियान की शुरुआत की घोषणा की है। इस अभियान के लिए लायंस क्लब ने एचईडब्लू, प्राइमस पार्टनर्स और नेशनल इंडिपेंडेंट स्कूल्स एलायंस (एनआईएसए) के साथ साझेदारी की है। लायंस क्लब इंटरनेशनल के थर्ड वाइस प्रेसिडेंट ए.पी.सिंह ने बताया कि 13 जनवरी 2023 से यह अभियान देश के 120 से अधिक शहरों में शुरू किया जाएगा। महीने भर चलने वाले इस अभियान के तहत, लायंस क्लब इंटरनेशनल के सदस्य, विभिन्न स्कूलों, संस्थानों और अन्य माध्यमों से पहुंचेंगे और ई-कचरे और स्वास्थ्य और पर्यावरण पर इसके हानिकारक प्रभाव के बारे में जनता के बीच जागरूकता पैदा करेंगे। लायंस क्लब इंटरनेशनल ने सामाजिक प्रतिबद्धता को सबसे आगे रखते हुए इस अभियान को एक अनोखे तरीके से डिजाइन किया है। केंद्रीय शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. सुभाष सरकार ने सामाजिक प्रतिबद्धता और जिम्मेदारी के निर्वहन के लिए लायंस क्लब इंटरनेशनल के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि, “हमारे प्रधान मंत्री पहले ही ई-कचरा प्रबंधन के महत्व का प्रचार कर चुके हैं और विभिन्न मंत्रालयों ने अपनी ई-कचरे की सूची को साफ कर दिया है। भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है, ऐसे अवसर पर लायंस क्लब द्वारा उठाया गया यह एक महत्वपूर्ण प्रयास है। ई-कचरे के बारे में जागरूकता पैदा करने के महत्व पर जोर देते हुए, राकेश कुमार सिंह, सीआरपीएफ कमांडेंट ने कहा, “हम में से अधिकांश लोग ई-कचरे को खत्म करना नहीं जानते हैं और इसलिए यह अभियान न केवल भारत के लिए बल्कि पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण है। इस मौके पर शेखर, संस्थापक और सीईओ, हिंदुस्तान ई-वेस्ट ने कहा ‘ई-कचरे का प्रबंधन पूरी दुनिया में एक बड़ी समस्या है और इसके लिए मुख्य रूप से स्मार्टफोन, गैजेट्स और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के व्यापक उपयोग को जिम्मेदार ठहराया जा सकता है, जो स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों को नुकसान पहुंचा रहा है। इस अवसर पर लायंस क्लब इंटरनेशनल और प्राइमस पार्टनर्स द्वारा तैयार की गई ‘द ग्रोइंग इम्पैक्ट ऑफ ई-वेस्ट इन इंडिया’ शीर्षक वाली एक रिपोर्ट भी जारी की गई। यह रिपोर्ट भारत में स्वास्थ्य और पर्यावरण के संबंध में एक खतरे के रूप में ई-कचरे के हानिकारक प्रभाव पर प्रकाश डालती है और साथ ही जागरूकता फैलाने के महत्व पर जोर देती है। इस रिपोर्ट ने लायंस क्लबों को ई-कचरा प्रबंधन पर राष्ट्रव्यापी अभियान शुरू करने के लिए प्रेरित किया।