रुद्रप्रयाग/देहरादून। उत्तराखण्ड प्रदेश कांग्रेस भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के उपलक्ष में अगस्त क्रांति दिवस से अपनी 9 से 15 अगस्त 2022 तक प्रदेशभर में आयोजित होने वाली ‘‘भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा’’ का शुभारम्भ किया। प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने रूद्रप्रयाग के गुलाबराय मैदान से यात्रा का आगाज करने के साथ ही कर्णप्रयाग में आयोजित भारत जोडो तिरंगा यात्रा में प्रतिभाग किया।
वहीं नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने स्वराज आश्रम हल्द्वानी से शुरू हुई यात्रा में प्रतिभाग किया, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने हरिद्वार की ग्रमीण विधानसभा क्षेत्र से, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने चकराता विधानसभा के त्यूनी से, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने ऋषिकेश, पूर्व मंत्री नवप्रभात ने विकासनगर स्थित तिलक भवन, पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र व यात्रा के मुख्य प्रदेश संयोजक गोविन्द सिंह कुंजवाल ने अल्मोड़ा के जैंती सालम स्थित शहीद स्थल से यात्रा का शुभारम्भ किया।
प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा के नेतृत्व में सुबह करीब साढ़े 10 बजे गुलाबराय से शुरू हुई कांग्रेस की तिरंगा यात्रा मुख्य बाजार होते हुए नए बस अड्डे पर पहुंची। यहां एक जनसभा के साथ ही ध्वज फहराया। इसके बाद यात्रा केदारनाथ तिराहे तक निकली। चरणवद्ध तरीके से यात्रा अन्य पड़ावों में चलती रहेगी। सभी जनपदों में हर विधानसभा में 75 किमी की तिरंगा यात्रा निकाली जाएगी। इस मौके पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण माहरा ने कहा कि आज रुद्रप्रयाग से भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा की शुरूआत की गई।
कहा कि भारत छोड़ो आंदोलन की 80वीं वर्षगांठ पर यह आयोजन किया गया। रुद्रप्रयाग की धरती से सौभाग्य है कि हम सब भारत जोड़ो तिरंगा यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं। प्रदेश अध्यक्ष माहरा ने भाजपा सरकार की आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर तिरंगा लगाए जाने पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि कम से कम आजादी के बाद 75 साल भाजपा को समझने में लग गए कि भारत के तिरंगे के नीचे और गांधी के पीछे ही वह सुरक्षित हैं, अन्यथा उनकी स्थिति सुरक्षित नहीं है।
साथ ही इस दौरान संघ पर भी माहरा ने जमकर हमला बोला। कहा कि संघ के गुरुदक्षिणा कार्यक्रम में भारत के तिरंगे को नही लगाया जाता है। 51 साल तक संघ परिवार ने कार्यालय में झंडा नही फहराया। जब तीन जवानों ने 2001 में संघ कार्यालय पर झंडा फहराया था, तो उनके ऊपर मुकदमे किए गए जिनका फैसला 2013 में आया। इसका मतलब उन्होंने कभी तिरंगे को स्वीकार नहीं किया।
इस मौके पर उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्ष धीरेंद्र प्रताप सिंह, जिलाध्यक्ष ईश्वर सिंह बिष्ट, पूर्व विधायक मनोज रावत, नगर अध्यक्ष प्रशांत डोभाल, प्रदीप बगवाड़ी, ब्लॉक प्रमुख प्रदीप थपलियाल, संगठन सचिव दिनेश मंमगाई, आनंद रावत, रणजीत रावत, पूर्व राज्यमंत्री देवेंद्र सिंह झिंकवाण, प्रदीप, वीरेंद्र बुटोला, नपा अध्यक्ष गीता झिंकवाण, नरेंद्र बिष्ट, राय सिंह बिष्ट, संतोष रावत, शैलेंद्र गोस्वामी, प्रदेश प्रवक्ता सूरज नेगी, महिला कांग्रेस की जिलाध्यक्ष शशि सेमवाल, धनराज बंगारी, देवेंद्र भंडारी, अर्जुन सिंह गहरवार, कुंवर सजवाण, सुरेंद्र सकलानी, अजय झिंकवाण, राजेश थपलियाल सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसी मौजूद थे।