स्मार्ट सिटी के नाम पर एक बहुत बड़ा खेल हुआ है

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देहरादून: आम आदमी पार्टी के गढ़वाल मीडिया प्रभारी रविंद्र सिंह आनंद ने एक बयान जारी कर कहा कि जिस प्रकार देहरादून स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट का काम चल रहा है वह पूरी तरह से शक के घेरे में है उन्होंने कहा की देहरादून की सड़कों का बुरा हाल है जगह-जगह गड्ढे हैं नालियां चोक हैं बिजली के खंभों की तारे सड़कों पर झूल रही है उससे तो यह साफ नजर आता है कि स्मार्ट सिटी के नाम पर एक बहुत बड़ा खेल हुआ है ।उन्होंने कहा स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट लगभग 1537 करोड रुपए का प्रोजेक्ट है जिसमें से 503 करोड रुपए अब तक खर्च हो चुके हैं जिसमें 18 प्रोजेक्ट का काम पूर्ण दिखाया गया है परंतु शहर की हालत देखकर ऐसा प्रतीत नहीं होता। उन्होंने कहा इस प्रोजेक्ट को लगभग 5- 6 साल हो चुके हैं लेकिन आज तक भी प्रोजेक्ट का काम सुचारू रूप से नहीं हो सका उन्होंने कहा ना तो स्मार्ट टॉयलेट ही बन सके और ना ही यूटिलिटी डक्ट जिनमें बिजली, टेलीफोन, केबल आदि की तारे भूमिगत किए जाते ।

उन्होंने कहा पानी के ट्यूबवेल एवं सीवर लाइन प्रोजेक्ट अभी तक अधर में लटके हुए हैं  स्मार्ट सिटी के प्रोजेक्ट में स्मार्ट स्कूलों का बनना भी प्रस्तावित था जिसमें वर्चुअल क्लासेस, डिजिटल कंटेंट और बायोमैट्रिक अटेंडेंस का प्रावधान था परंतु ऐसा कुछ भी नहीं हुआ एवं कोविड-19 के दौरान इस प्रोजेक्ट की पूरी तरह से पोल खुल गई ।

उन्होंने आगे कहा ना ही पानी की सप्लाई हेतु (स्काडा) सिस्टम लगा ना सोलर एनर्जी सलूशन लग सका और ना ही जल संरक्षण हेतु कोई कार्य हो सका और ना ही शिशु पालन ग्रह (क्रैच) बन सके उन्होंने कहा देहरादून के नेताओं  जिनके हाथ में यह प्रोजेक्ट था जनता का भला ना कर अपना भला अधिक किया उन्होंने आगे कहा कि नगर निगम द्वारा स्मार्ट सिटी के नाम पर घंटाघर सौंदर्य करण कार्य में बाथरूम टाइल्स लगाकर इस ऐतिहासिक हेरिटेज घंटाघर को बदनुमा बना दिया उन्होंने प्रदेश सरकार से स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की जांच की मांग की एवं कहा कि स्मार्ट सिटी का काम अगर पारदर्शी तरीके से ना हुआ तो आम आदमी पार्टी इस पर आंदोलन करेगी ।