देहरादून। 1/5 गोर्खा राईफल्स (एफ०एफ०) भूतपूर्व सैनिक संघ ,देहरादून के पूर्व सैनिकों एवं परिवारों ने अपना 164वाँ स्थापना दिवस — गोर्खाली सुधार सभा गढ़ी कैंट में बड़ी धूमधाम से मनाया गया। 1/5 जी०आर० पूर्व सैनिक संघ के अध्यक्ष कैप्टन वी०के०थापा ने सभी पूर्व सैनिक, उनके परिवार वीर नारियों एव वीर सैनिकों को स्थापना दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं दीं।
इस अवसर पर पलटन के इतिहास की संक्षिप्त जानकारी देते हुए कार्यक्रम में मौजूद लोगों को गोर्खा राईफल्स के इतिहास से अवगत कराया कि 1/5 जी०आर०गोर्खा राईफल्स की स्थापना मेजर एच०एफ०एम०वाईसरेगोन की अध्यक्षता में 22मई 1858 को रावलपिंडी, एवोटाबाद ( अभी पाकिस्तान में है) में हुई थी। आजादी से पहले हमारी बटालियन ने विदेशों मे जाकर बहुत सी लड़ाइयाँ लडी़ । भारत की स्वतंत्रता के बाद पलटन नें सन् 1962 चाईना वार , सन् 1965 और सन् 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध मे वीरता से लडा़इयाँ लड़ी और विजयी हुए तथा कईं वीरता पदकभी प्राप्त किये हैं ।
साथ ही आई .पी .के .एफ. का हिस्सा बनकरश्रीलंका में और यू०एन०मिशन का हिस्सा बनकरसूडान , साऊथ अफ्रीका में भी अपनी वीरता का लोहा मनवाया। ’महावीर चक्र – 02’ ’वीर चक्र 08’ ’युद्ध सेवा मेडल-01’ और ’सेना मेडल – 24’। स्थापना दिवस के अवसर पर , जिन सैनिकों ने 1971 के युद्ध में हिस्सा लिया था उधकों युद्ध के 50 वर्ष पूरे होने के अवसर पर स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। ’ये पूर्व सैनिक हुए सम्मानित’–आ०कैप्टन वी०एस०बोहराआ०कैप्टन वी०के०नेपालीआ०कैप्टन एस०एस०गुरूंग हवलदार मोहन सिंह रावत हवलदार भगवान सिंह थापा हवलदार जोग राज गुरूंग और नायक डम्बर बहादुर गुरूंग सम्मानित हुए।