बड़ा अन्तराष्ट्रीय स्तर का आईस रिंक होने के बावजूद खिलाडियों नही मिल रहा लाभ : शिव पैन्यूली

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देहरादून। 17वीं राष्ट्रीय फिगर स्केटिंग प्रतियोगिता में भाग लेने गये आईस स्केटिंग एसोसिएशन आॅफ उत्तराखड के खिलाड़ी जीत दर्ज कर वापस लौटे। ज्ञातव्य हो कि आईस स्केटिंग एसोसिएशन आॅफ इंण्डिया के तत्वाधान में गुरूग्राम में 29 से 31 दिसम्बर 2021 को आयोजित हुई थी। इस 17वीं राष्ट्रीय फिगर स्केटिंग प्रतियोगिता के लिए आईस स्केटिंग एसोसिएशन आॅफ उत्तराखंड की ओर से 7 खिलाडियों ने अपनी प्रतीभा का लोहा मनवाते हुए 7 मेडल राज्य की झोली में डाले।

आईस स्केटिंग एसोसिएशन आॅफ उत्तराखंड की ओर से सभी खिलाडियों ने फिगर स्केटिंग की सोलो स्केटिंग के अपने आयु वर्ग में भाग लिया और देशभर के तकरीबन 60 खिलाड़ियों के बीच टक्कर लेते हुए जीत दर्ज कर राज्य का नाम रोशन किया। जहा आर्दश रावत और हर्सिता रावतानी ने अपने अपने सोलो वर्ग में प्रथम स्थान, अपूर्वा सिंह ने दिृतीय स्थान बनाकर अपना और आईस स्टेंटिंग एसोसिएशन आॅफ उत्तराखंड का नाम रोशन किया, वहीं क्रमश।
यश्शस्वी सिंह तनिष्का सिंह,युवराज गुलाटी और आयुष जगूड़ी ने अपने अपने फिगर स्केटिंग सोलो वर्ग में तृतीय स्थान बनाकर उत्तराखंड का नाम रोशन किया।

राष्ट्रीय फिगर स्केटिंग प्रतियोगिता में भाग लेकर लौटे राज्य के खिलाडियों को बधाई देते हुए आईस स्केटिंग एसोसिएशन आॅफ उत्तराखंड शिव पैन्यूली ने बताया कि आईस स्केटिंग एसोसिएशन आॅॅफ इण्डिया की ओर से गुरूग्राम के आईस रिंक में आयोजित इस प्रतियोगिता के तहत राज्य एसोसिएशन से भेजे गये सभी महिला व पुरूष खिलाड़ियों ने फिंगर स्केटिंग की सोलो प्रतियोगिता के विभिन्न आयु वर्ग में भाग लिया व देश के विभिन्न राज्यों से आये 60 प्रतिभागियों के बीच टक्कर लेते हुए उम्मीद से कई अच्छाा प्रर्दशन किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में आईस स्केटिंग खेल के मैदान के बगैर ही मैदान मारा है। इसके लिए वे विशेष शाबाशी के हकदार है। उन्होंने कहा कि राज्य के युवाओं में इस खेल के प्रति जो आकर्षण है उसी की वजह से आज राज्य में श्रेय और निष्ठा जैसे अन्तराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी हमारे पास है और इन्ही से प्रेरणा पाकर राज्य के युवा इस खेल की ओर बड़ी तादाद में आकर्षित हो रहे है।

राष्ट्रीय मंच पर अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वर्तमान तक उत्तराखंड के खिलाड़ियों ने अन्तराष्ट्रीय स्तर पर 6 और राष्ट्रीय स्तर पर 50 पदक हासिल कर चुके है। राजधानी देहरादून में एशिया क्षेत्र का सबसे बड़ा और अन्तराष्ट्रीय स्तर का आईस रिंक होने के बावजूद यहां के खिलाडियों को इसका लाभ नही मिल पा रहा है, फिर भी खिलाड़ियों को इसकला लाभ नही मिल पा रहा है। फिर भी खिलाड़ी राष्ट्रीय व अन्तराष्ट्रीय स्तर पर पदक हासिल कर देश और राज्य का नाम रोशन कर रहे है। उन्होंने आशा व्यक्त की कि यदि उत्तराखंड सरकार स्पोर्टस कालेज देहरादून स्थित आईस स्केटिंग रिंक को शीघ्र खुलवाकर इस खिलाड़ियों को निशुल्क् खेल सुविधायें प्रदान करवा दे तो निश्चय ही हमारे खिलाड़ी अन्तराष्ट्रीय खेल स्प्रधाओं में चमक पैदा करने की क्षमता रखते है और राज्य के लिए अन्तराष्ट्रीय मेडल लाने में सक्षम है। उन्हांेने बतलाया कि रिंक खुलवाने बाबत कई बार राज्य के मुख्यमंत्री, खेलमंत्री और मुख्य सचिप से निवेदन किया जा चुका है।