देहरादून।उत्तराखंड क्रांति दल के चौबट्टाखाल विधानसभा, विधायक प्रत्याशी विरेन्द्र सिंह रावत, केंद्रीय अध्यक्ष खेल प्रकोष्ठ/ केंद्रीय प्रचार सचिव, पूर्व प्रसिद्ध फुटबाल खिलाडी, नेशनल कोच, क्लास वन रेफरी, अनगिनत इंटरनेशनल, नेशनल और स्टेट अवार्ड से सम्मानित, समाजिक कार्यकर्त्ता, राज्य आंदोलनकारी, क्रन्तिकारी, राज्यहितकारी ने प्रेस वार्ता देहरादून के प्रेस क्लब मे कर यू के डी के केंद्रीय अध्यक्ष श्री काशी सिंह ऐरी, संसदीय बोर्ड के समस्त पदाधिकारियों का तह दिल से धन्यवाद दिया की और कहा की एक खिलाडी, कोच और रेफरी होते हुवे जिस प्रकार उत्तराखंड का नाम भारत वर्ष और विदेशों मे कमाया और हजारों खिलाड़ियों का भविष्य बनाया निस्वार्थ भाव से, लाखो करोड़ो खिलाड़ियों ने और जनता ने जिस प्रकार मुझे प्यार और आशीर्वाद दिया 22 सालों से उसको जीवन भर नहीं भूल सकता, उसी तरह राजनीति मे भी राज्य के विकास के लिए समर्पित कर दूंगा आज जो भी मान सम्मान मुझे मिला है वो सब उत्तराखंड और भारत के लोगो का प्यार है खेल के विकास के लिए हमने नौकरी छोड़ी, कर्ज लिया, जमीन बेची, जेल गया, शोषण सहा, कई बार घायल हुवा लेकिन अपना हौसला नहीं छोड़ा आज भी भारत के विभिन्न राज्यों से अवार्ड मिल रहे है।
लगातार, कोरोना काल ने दो साल से हमारी खेल की समस्त गतिविधियों को समाप्त कर दिया था, कोरोना के दौरान मन मे आया की कियू ना अच्छी और साफ सुथरी राजनीति की जाए समाज ने शोशल मिडिया के माध्यम से कहा की आप जैसे लोगो को राजनीति मे आना चाहिए तभी राज्य और देश का विकास होगा और जनता ने कहा की आपने सही निर्णय लिया और कहा की ज़ब आपके साथ खेल मे गंदी राजनीति इन 21 सालों मे हुई तो कियू ना राजनीति मे जाकर अच्छी राजनीति करो, बस फिर क्या था हमने छेत्रीय पार्टी जिसने राज्य बनाया, बलिदान दिया, हमारी माताजी स्वर्गीय श्रीमति समुद्रा देवी और हम भी वर्ष 1994 के राज्य आंदोलनकारी बनकर आंदोलन मे बढ़ चढ़ कर भाग लिया जिसमे हमने अपने परम् मित्र रविन्द्र सिंह रावत को अपने सामने शहीद होते हुवे देखा हम तो किस्मत से बच गए, फिर हमने 14 फरवरी 2021 अपने उम्र के 52 वर्ष के प्रवेश मे देहरादून के केंद्रीय कार्यलय मे यू के डी की सदस्यता ली गयी फिर क्या था हम लग गए छेत्र और राज्य के विकास के लिए, कई बार गिरफ्तार हुवे, मुकदमा हुवा बस चलते रहे संघर्ष कर रहे है उत्तराखंड की मूल सुविधा के लिए, भू क़ानून लागू हो , स्थाई राजधानी गैरसेण् हो , चिकित्सा अच्छी हो गांव मे , शिक्षा अच्छी हो गांव मे , खेल निति हो, स्पोर्ट्स कोटा हो, पलायन रुके, रोजगार हो, भ्रष्टाचार मुक्त हो, भू माफियों से मुक्ति मिले, रोड हो, बिजली पानी हो, जंगली जानवरों से गांव वासियों की रक्षा हो, बंजर खेती मे अनाज हो, बुजुर्गो को हर प्रकार की सुविधा हो, नशे से दूर हो, अपनी गढ़वाली, कुमाउनी, जौनसारी, गोर्खाली और जो भी मूल निवासी है ।
उत्तराखंड मे सबका विकास हो, लेकिन दुःख इस बात का है 10 साल बीजेपी,10 साल कांग्रेस ने उत्तराखंड मे राज किया लेकिन उत्तराखंड जिसके लिए हमने माँगा था उसका विकास नहीं हुवा नाश हुवा लूट लिया उत्तराखंड के 70 विधायकों ने इन 21 सालों मे अब विरेन्द्र सिंह रावत ने कसम खाई है ज़ब तक उत्तराखंड के मूल निवासियों को, गांव वासियो को मूल सुविधा नहीं मिलेगी अंतिम सांस तक संघर्ष करेगा, और विरेन्द्र सिंह रावत ने महत्वपूर्ण घोषणा उत्तराखंड सरकार के 100 रुपय के ई स्टेम्प पेपर मे लिखित मे भी की है कि अगर चौबट्टा खाल विधानसभा से जनता का प्यार और आशीर्वाद मिला और उत्तराखंड के वर्ष 2022 के चुनाव मे विधायक बना तो जो विधायक को महीने की सैलरी 3,50,000/- ( तीन लाख पचास हजार ) मिलेगी उसे उत्तराखंड के जरूरतमंद जनता को वितरित की जाएगी और तो और जो भी साल मे लगभग चार करोड़ विधायक निधि से जो पैसा मिलेगा उससे उस छेत्र का विकास किया जाएगा और जरूरतमंदों की सहायता की जाएगी, भरस्टाचार पर नकेल कसी जाएगी एक पहाड़ी ऐसा भी, एक खिलाडी रेफरी कोच, एक युवा नई सोचपौड़ी जिलाध्यक्ष चंद्र मोहन गुसाईं, जहरीखाल ब्लॉक अध्यक्ष जगपाल सिंह रावत ,एकेश्वर ब्लॉक अध्यक्ष कोमल सिंह रावत, दर्शन रावत जेहरीखल ब्लॉक अध्यक्ष , योगेश जोशी चुनाव मॅनॅग्मेंट अधिकारी, लाल सिंह गुसाईं, चंदन सिंह आर्या, दिगंबर बिष्ट, दिनेश रावत, आदि उपस्थित रहे।