देहरादून, 20 अक्टूबर, 2021– भारत में सार्वजनिक क्षेत्र के प्रमुख बैंक, बैंक ऑफ़ बड़ौदा ने आज बड़ौदा किसान दिवस के भव्य उद्घाटन की घोषणा करते हुए विश्व खाद्य दिवस मनाया। आज से किसानों से जुड़ाव के लिए तैयार किए गए कार्यक्रम, ’बड़ौदा किसान पखवाड़ा’ के चौथे संस्करण का शुभारंभ हो रहा है, जो अगले दो हफ़्तों तक जारी रहेगा। इस साल खाद्य एवं कृषि संगठन की थीम के अनुरूप, इस कार्यक्रम की थीम भी “हमारे कार्य ही हमारा भविष्य हैं“ की विषय-वस्तु पर आधारित है। इस पहल का मुख्य उद्देश्य हमारे देश के आर्थिक विकास में कृषक समुदाय के योगदान के प्रति आभार प्रकट करना और उनका सम्मान करना है, और इस कार्यक्रम के अंतर्गत किसानों से संपर्क के लिए विभिन्न गतिविधियों के साथ-साथ ज्ञान श्रृंखला एवं अभिनंदन कार्यक्रम का आयोजन भी शामिल होगा। दो हफ़्तों तक चलने वाली इस अखिल भारतीय पहल का समापन 31 अक्टूबर, 2021 को होगा, जिसके अंतर्गत विभिन्न माध्यमों से बड़ी संख्या में किसान लाभान्वित होंगे।
इसके अलावा, अपने 16 क्षेत्रीय कार्यालयों में “सेंटर फॉर एग्रीकल्चर मार्केटिंग एंड प्रोसेसिंग“ इकाइयों के संचालन की शुरुआत भी की गई। सेंटर फॉर एग्रीकल्चर मार्केटिंग एंड प्रोसेसिंग एक समर्पित क्रेडिट डिलीवरी मॉडल है, जिसमें गैर-पारंपरिक कृषि उत्पादों को वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने तथा खेती से जुड़े उत्पादों की मार्केटिंग को संभालने पर ध्यान दिया जाता है। सेंटर फॉर एग्रीकल्चर मार्केटिंग एंड प्रोसेसिंग में उच्च मूल्य वाले क्रेडिट खातों को संभालने की समझ और अनुभव रखने वाले प्रशिक्षित कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। बैंक बेहतर गुणवत्ता वाले व्यवसाय के लिए स्थानीय संगठनों के साथ सहयोग को भी बढ़ावा देगा।
इस मौके पर श्री संजीव चड्ढा, प्रबंध निदेशक, ने कहा, “यह उन गिने-चुने क्षेत्रों में से एक है, जिसने खुद को परिस्थितियों के अनुरूप ढालते हुए न केवल मौजूदा महामारी का सामना किया है, बल्कि लगातार आगे भी बढ़ रहा है। इसके अलावा, बड़ी संख्या में एग्रीटेक फर्म की वजह से खेती के पूरे परिवेश एवं परिदृश्य में बदलाव आ रहा है। इन सब की वजह से बेहद कम लागत पर विकास के नए-नए अवसर सामने आ रहे हैं। हमने भी इन अवसरों का लाभ उठाना जारी रखा है। इन दिनों देश ’आजादी का अमृत महोत्सव’ (स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ) मना रहा है, और हमने भी कृषि तथा इससे जुड़े उद्योगों के सतत विकास में निवेश करने का संकल्प लिया है। बड़ौदा किसान पखवाड़ा कार्यक्रम के तहत हम बैंक की किसान केंद्रित पहलों को पेश करते हैं और बढ़ावा देते हैं, साथ ही हम आने वाली पीढ़ियों के फायदे के लिए किसानों को ज्यादा-से-ज्यादा संख्या में हमारे साथ जुड़ने हेतु प्रोत्साहित करते हैं।”
इस अवसर पर अपने विचार व्यक्त करते हुए, श्री विक्रमादित्य सिंह खिची, कार्यकारी निदेशक, ने कहा, “हमारा बैंक, बैंकिंग एवं फाइनेंस से जुड़े सभी क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी को अपनाने में सबसे आगे है, जिसमें एग्रीकल्चर फाइनेंसिंग भी शामिल है। ऋण की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने वाली बैंक की नई केंद्रीकृत प्रणाली एकरूपता, काम को तेजी से एवं समय पर पूरा करने तथा उच्चतम मानकों के अनुपालन को सुनिश्चित करेगी। बाजार की परिस्थितियों में लगातार हो रहे बदलाव को देखते हुए, सेंटर फॉर एग्रीकल्चर मार्केटिंग एंड प्रोसेसिंग बैंक के कृषि से संबंधित विविधतापूर्ण पोर्टफोलियो को आगे बढ़ाने के लिए नए और अभिनव कृषि उत्पादों एवं प्रक्रियाओं को अपनाने को प्रोत्साहन देगा।”
बैंक द्वारा विभिन्न स्थानों पर सरकार तथा स्थानीय प्रशासन की ओर से कोविड-19 के संदर्भ में निर्धारित मानदंडों का सख्ती से पालन करते हुए अपने जनसंपर्क कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा, जिसमें सामूहिक सभा से बचने और सामाजिक दूरी के मानदंडों का पालन करने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
’बड़ौदा किसान पखवाड़ा’ के विगत 3 संस्करणों में सम्मिलित रूप से, बैंक द्वारा 12,24,452 किसानों तक पहुंचने के लिए लगभग 56,727 कार्यक्रम (जिसमें वास्तविक एवं वर्चुअल चौपाल, किसान मेला, तथा मिट्टी, पशु एवं किसानों के लिए स्वास्थ्य शिविर शामिल हैं) आयोजित किए हैं। वर्ष 2018 में सबसे बड़े किसान संपर्क कार्यक्रम के आयोजन के लिए बैंक को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा भी सम्मानित किया गया है।