देहरादून :भारतीय जैन मिलन महिला एकता’ व वीतराग विज्ञान पाठशाला के तत्वाधान में रविवार को श्री दिगम्बर जैन धर्मशाला में वीतराग विज्ञान प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिसमें मुख्य अतिथि की भूमिका राजपुर विधानसभा के नवनिर्वाचित विधायक माननीय खजानदास जी, कैण्ट की विधायक माननीय सविता कपूर जी व धर्मपुर विधानसभा के विधायक माननीय विनोद चमोली जी ने तथा भारतीय जैन मिलन के क्षेत्रीय अध्यक्ष अविनाश जी क्षेत्र संख्या – 14 के क्षेत्रीय मंत्री डॉक्टर संजीव जी जैन भवन के मंत्री संदीप जी, भारतीय जैन मिलन के राष्ट्रीय महामंत्री अजय जी, राष्ट्रीय मुख्य कार्यकारी अध्यक्ष नरेश चन्द्र जी ने निभाई
इस अवसर पर कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाते हुए कैंट विधायक सविता कपूर जी ने कहां की आपके द्वारा निरंतर धार्मिक पाठशाला के जरिए ना जाने अब तक कितने बच्चे और महिलाएं पढ़कर देश विदेशों में ज्ञान की गंगा बहा रहे हैं धर्म का प्रचार प्रसार कर रहे हैं और धर्म को जीवित रखे हुए हैं आपके द्वारा यह सराहनीय कार्य बहुत लंबे समय से किया जा रहा है।इस अवसर पर खजानदास जी नरेश जैन जी अजय जी ने बीना जैन जी द्वारा किये जा रहे कार्यो की भरपूर सराहना की। ओर कहा कि वे इसी तरह अपनी सेवाएं देती रहे हम सब आपके साथ है ।
इस अवसर पर राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष श्री नरेश चंद जैन जी का राष्ट्रीय महामंत्री अजय जैन जी का सविता कपूर जी खजान दास जी का भव्य स्वागत किया गया।इस अवसर पर मानवाधिकार के चेयरमैन सचिन जैन केंद्रीय महिला संयोजिका मधु सचिन जैन जी भी रहीइस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आज के इस भौतिक युग में जैन समाज के बच्चों, महिलाओं पुरुषों तथा बुजुर्गों में भजन, नृत्य, प्रतियोगिता प्रश्न उत्तर कविताओं के माध्यम से तत्व अभ्यास की छाप छोड़ना होता है ताकि लोग इस कोरोना काल में भी स्वयं में शांति उत्पन्न कर मानसिक रोगों से दूर रहें। एकता’ की अध्यक्षा बीना जैन जी द्वारा सन् 1990 से वीतराग विज्ञान पाठशाला चला रही है जिसमें से हजारों महिलाएं निकलकर देश- विदेश में पहुंचकर भी अपने जैन संस्कार की गरिमा को नहीं भूले हैं और इसी गरिमा को भविष्य में भी सहेजकर रखने की भावना से आज श्री वीतराग विज्ञान पाठशाला परिवार व जैन मिलन महिला एकता परिवार इसी कार्य में कार्यरत है।
इसी की एक झलक आप देख ही चुके हैं।कार्यक्रम का संचालन चारू शर्मा वंदना जैन ने कियाइस कार्यक्रम में समस्त पाठशाला के बच्चो द्वारा धार्मिक कविताएं नृत्य -ज्ञाता द्रष्टा रही हु पर नृत्य किया। पाठशाला के बच्चों ने अपनी मनमोहक सुन्दर प्रस्तुति दी जिसमें ऐषणा दिशि विविधि, अंशिका, सेजल, अवनि, स्नेहा, अनन्या, आराध्या, देवीशा, तनिष्का आशिति आदि अनेक बच्चे शामिल रहे। एकता की महिलाओं ने महावीर वंदना चलो मेरे आत्म प्रदेश,, हम लाए हैं विदेह से मिलन गीत.. अनेक नृत्य प्रस्तुत किये जिनमें सुचिता, प्रीति, श्रेया, ज्योति, पूनम, सारिका, रेनू, सुनीता, हसिदा, बबीता, संध्या दीपशिखा, रचना मुख्य रही।