रुद्रप्रयाग : अगस्त्यमुनि के रामलीला मैदान में सैनिक कल्याण विभाग रुद्रप्रयाग द्वारा शहीद सम्मान यात्रा कार्यक्रम में विकासखंड अगस्त्यमुनि व ऊखीमठ के भारतीय सेना में शहीद हुए 31 सैनिकों के पारिवारिक जनों को ताम्र पत्र व शॉल ओढ़कर सैनिक कल्याण मंत्री श्री गणेश जोशी द्वारा सम्मानित किया गया। उन्होंने शहीदों को नमन करते हुए कहा कि शहीद सैनिकों के घर-आंगन की मिट्टी को कलश में प्राप्त करते हुए सैन्यधाम में निर्माण कार्य में लगाया जाएगा। कार्यक्रम के शुभारंभ अवसर पर मुख्य अतिथि सैनिक कल्याण मंत्री सहित अन्य अतिथियों के द्वारा दीप प्रज्वलित किया गया। मंत्री ने जनपद के अंतर्गत शहीद हुए सैनिकों को याद करते हुए कहा कि राज्य में पांचवां धाम सैन्य धाम स्थापित होने पर हम सभी गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। अपने संबोधन में सैनिक कल्याण मंत्री ने सैनिकों के सम्मान को लेकर सरकार द्वारा की जा रही महत्वपूर्ण योजनाओं की जानकारी दी। बताया कि लंबे समय से सैनिकों की मांग वन रैंक, वन पैंशन को हमारी सरकार द्वारा पूर्ण किया गया।
इसके अतिरिक्त राज्य सरकार द्वारा शहीद हुए सैनिकों के आश्रित को योग्यतानुसार सरकारी नौकरी दी जाएगी। यदि किसी सैनिक का सचिवालय से संबंधित कार्य हो तो उसके लिए पास की वाध्यता को समाप्त कर दिया गया है। सैनिक का आई कार्ड ही उसका पास माना जाएगा। एन.डी.ए. जैसी प्रतियोगिता की परीक्षाओं की कोचिंग हेतु सरकार द्वारा एकमुश्त पचास हजार रुपए दिए जा रहे हैं। सैनिकों से संबंधित समस्याओं हेतु जनपद स्तर पर एक नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है। ताकि उनसे संबंधित समस्याओं का यथाशीघ्र निस्तारण हो सके। देहरादून में स्थापित होने वाले सैन्य धाम में देश सेवा में शहीद हुए सभी सैनिकों के चित्रों का समायोजन किया जाएगा। पूरे प्रदेश के शहीद सैन्य परिवारों के आंगन की मिट्टी से विशाल सैन्य धाम का निर्माण किया जाएगा। बताया कि सेना को मजबूत करने हेतु सरकार द्वारा निरंतर कार्य किए जा रहे हैं। सुरक्षा से संबंधित उपकरणों को देश में ही बनाया जा रहा है। उन्होंने सैनिकों की शहादत को याद करते हुए कहा कि प्रथम विश्व युद्ध हो, द्वितीय विश्व युद्ध हो, पेशावर कांड हो, देश की आजादी की लड़ाई हो या आजादी के बाद के युद्ध हों। इस धरती के वीरों ने अग्रिम पंक्ति में रहकर अपना कौशल दिखाया है और अपना सर्वोच बलिदान दिया है। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न विभागों के स्टाल भी लगाए गए थे।
कार्यक्रम को जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अमरदेई शाह, विधायक श्री भरत सिंह चैधरी, पूर्व विधायक श्रीमती शैला रानी रावत व श्रीमती आशा नौटियाल, नगर पंचायत अध्यक्ष श्रीमती अरुणा बेंजवाल, भू-कानून आयोग समिति के सदस्य श्री अजेंद्र अजय, जिला सैनिक कल्याण अधिकारी मेजर कर्ण सिंह रावत ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन किशन सिंह रावत द्वारा किया गया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष श्री दिनेश उनियाल, बाल संरक्षण आयोग के सदस्य श्री बाचस्पति सेमवाल, प्रमुख विकास खंड अगस्त्यमुनि श्रीमती विजया देवी, नगर मंडल के अध्यक्ष श्री जे.पी. सकलानी, पूर्व नगर पंचायत अध्यक्ष श्री अशोक खत्री, महामंत्री श्री विक्रम सिंह कंडारी, श्री अनूप सेमवाल, श्री दिनेश बगवाड़ी, श्री मदन कोटवाल, श्री जयवर्द्धन कांडपाल, श्री रमेश बेंजवाल, श्रीमती सुमन जमलोकी, श्रीमती सरला भट्ट, श्री श्रीनंद जमलोकी, श्री रामचंद्र गोस्वामी, श्री विक्रम नेगी, श्री महेंद्र राणा, श्री सुरेश जोशी, श्री चंद्रशेखर बेंजवाल, श्री गजेंद्र चैधरी, अपर जिलाधिकारी श्री दीपेंद्र सिंह नेगी, मुख्य विकास अधिकारी श्री नरेश कुमार, उपजिलाधिकारी श्रीमती अपर्णा ढौंडियाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।