देहरादून। गांधीनगर में आयोजित शिक्षा मंत्रियों के दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन में प्रतिभाग करने के लिए आज (मंगलवार) सूबे के शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत गुजरात रवाना हो गये हैं। केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा आगामी एक एवं दो जून को आयोजित राष्ट्रीय विद्यालयी शिक्षा सम्मेलन में देशभर के शिक्षा मंत्री प्रतिभाग करेंगे। सम्मेलन में नई शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन की प्रक्रिया, नई नीति को लागू करने को लेकर विचारों एवं रणनीतियों के आदान-प्रदान पर चर्चा की जायेगा।
गुजरात रवाना होने से पहले शिक्षा मंत्री डॉ0 धन सिंह रावत ने मीडिया को दिये बयान में बताया कि केन्द्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा आगामी एक व दो जून को गांधीनगर में राष्ट्रीय विद्यालयी शिक्षा सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। जिसकी अध्यक्षता केन्द्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान करेंगे, सम्मेलन में देशभर के शिक्षा मंत्री एवं शिक्षा सचिव प्रतिभाग करेंगे। उन्होंने बताया कि शिक्षा मंत्रियों के इस राष्ट्रीय सम्मेलन में नई शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन की प्रक्रिया पर विचार-विमर्श किया जायेगा साथ ही स्कूलों के पुनः खुलने पर लर्निंग रिकवरी को लेकर रणनीति एवं विचारों का आदान-प्रदान किया जायेगा।
डॉ0 रावत ने बताया कि राज्य में आगामी जुलाई माह में नई शिक्षा नीति लागू कर दी जायेगी, जिसके लिये युद्ध स्तर पर काम चल रहा है। उन्होंने बताया कि नई शिक्षा नीति सर्वप्रथम प्राथमिक स्तर पर लागू की जायेगी। इसके अंतर्गत राज्य के आंगनबाडी केंद्रों के सुदृढ़ीकरण करते हुए आंगनबाडी कार्यकर्त्रियों को विशेष प्रशिक्षण देकर बालवाटिका नाम से कक्षाओं का शुभारम्भ किया जायेगा। इसके साथ ही प्राथमिक एवं पूर्व प्राथमिक स्कूलों में मूलभूत सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।
डॉ0 रावत ने बताया कि इसके साथ-साथ नेशनल केरिकुलम फ्रेमवर्क की तर्ज पर स्टेट केरिकुलम फ्रेमवक स्कूलों के लिए नये पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने में जुटा है। जिसमें भारतीय ज्ञान परम्परा सहित राज्य के आदर्श एवं महत्वपूर्ण जानकारियां सम्मिलित होंगी। डॉ0 रावत ने बताया कि राष्ट्रीय विद्यालयी शिक्षा सम्मेलन में नई शिक्षा नीति के अंतर्गत शिक्षा विभाग द्वारा राज्य में की गई तैयारियों एवं भविष्य की योजनाओं का प्रस्तुतिकरण दिया जायेगा।