रूड़की। इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी रूड़की ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया। इस अवसर पर ग्लोबल लीडर एवं इंजीनियरिंग सिमुलेशन सॉफ्टवेयर के इनोवेटर एनसिस इंक ने एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया तथा सामाजिक क्षेत्र से जुड़ी परियोजनाओं में कार्यरत एम. टेक के छात्रों को फैलोशिप उपलब्ध कराने के लिए आईआईटी रूड़की के साथ साझेदारी की घोषणा भी की। यह फैलोशिप विभिन्न पृष्ठभुमियों से ताल्लुक रखने वाले छात्रों, खासतौर पर महिला छात्रों को दी जाएगी। समाज के लिए तकनीक आधारित समाधानों के रूप में आधुनिक अनुसंधान को बढ़ावा देना इस संयुक्त पहल का उद्देश्य है। फैलोशिप पाने वाले छात्र विज्ञान एवं तकनीक से युक्त आज की दुनिया में बेहतर परफोर्मेन्स देने में सक्षम होंगे। इसक अलावा आईआईटी रूड़की ने रफीक़ सोमानी, एरिया वाईस प्रेज़ीडेन्ट, भारत एवं साउथ एशिया पेसिफिक, एनसिस इंक के साथ ‘डीएनए फॉर स्टार्टअप्स’ विषय पर एक चर्चा सत्र का आयोजन भी किया। सत्र के दौरान उपस्तिगणों को यह जानने का अवसर मिला कि आज के दौर के तकनीक आधारित स्टार्ट-अप भावी उद्यमियों को नए अवसर प्रदान कर अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और रोज़गार के अवसर उत्पन्न करने में सक्षम हैं।
सत्र का आयोजन आउटरीच, ईसैल, स्टुडेन्ट टेकनिकल काउन्सिल, टिंकरिंग लैब, कॉर्पाेरेट इंटरैक्शन ग्रुप, आईआईटीआरएमएस, नॉक्स एवं कई अन्य छात्र समूहों द्वारा किया गया। इसके अलावा लेक्चर का आयोजन भी हुआ। मुख्य अतिथि प्रोफेसर टी प्रदीप, इंस्टीट्यूट चेयर प्रोफेसर, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी मद्रास ने ‘सतत स्वच्छ जल के लिए विज्ञान, तकनीक एवं इनोवेशन’ विषय पर ऑनलाईन लैक्चर भी दिया। प्रोफेसर अजीत चतुर्वेदी, डायरेक्टर, आईआईटी, रूड़की ने विज्ञान दिवस के महत्व पर सम्बोधन दिया। एकेडमी अफेयर्स के डीन प्रोफेसर अपुर्बा कुमार शर्मा ने प्रतिभागियों का स्वागत किया तथा कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए रूड़की के सभी स्कूलों का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का समापन सभी फैकल्टी सदस्यों, छात्रों, स्कूली छात्रों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ। एनसिस फैलोशिप अवॉर्ड के महत्व पर बात करते हुए प्रोफेसर अजीत के चतुर्वेदी, डायरेक्टर, आईआईटी रूड़की ने कहा, ‘‘यह फैलोशिप, हमारे छात्रों, खासतौर पर महिला छात्रों को समाज के लिए तकनीक आधारित सामधानों पर काम करने के लिए प्रेरित करेगी। संस्थान की मानसिकता और परिसर में उपलब्ध सुविधाएं उनके विचारों को रचनात्मकता में बदलने में मददगार साबित होंगी।’ रफीक सोमानी, एरिया वाईस प्रेज़ीडेन्ट- भारत एवं साउथ एशिया पेसिफिक एनसिस इंक ने कहा, ‘‘एनसिस का आईआईटी संस्थानों के साथ पुराना नाता है, यह हमेशा से तकनीक और शिक्षा की संयुक्त क्षमता के लिए प्रतिबद्ध रहा है।
किसी भी उद्योग का भविष्य निःस्संदेह तकनीक पर निर्भर करता है और यही कारण है कि अनुसंधान बेहद महत्वपूर्ण है। इन फैलोशिप अवॉर्ड्स के साथ, एनसिस में हम उम्मीद करते हैं कि हम भारत के प्रतिभाशाली युवाओं को स्वास्थ्यसेवाओं, शिक्षा एवं पर्यावरण पर ध्यान केन्द्रित करते हुए तकनीक आधारित अनुसंधान के लिए प्रोत्साहित करेंगे। हमें उम्मीद है कि अनुसंधानों के परिणाम ऐसे समाधान लेकर आएंगे जो समाज के लिए बेहद प्रासंगिक एवं कारगर होंगे।’