देहरादून। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा उत्तराखंड राज्य स्थापना दिवस पर सन् 1994 में उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन की पहल करते हुए आंदोलन की नींव के पत्थर के समान भूमिका का निर्वाह करने वाले वरिष्ठ आंदोलनकारियों को “उत्तराखंड विभूषण अवाॅर्ड” प्रदान करके सम्मानित किया गया। बल्लूपुर चौक, चकराता रोड स्थित गुप्ता म्यूजिकल एकेडमी कुछ सभागार में आयोजित सम्मान समारोह का उद्घाटन मुख्य अतिथि कैंट विधायक श्रीमती सविता कपूर , मानवाधिकार एवं सामाजिक संगठन के राष्ट्रीय चेयरमैन सचिन जैन, प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन ,भारत विकास परिषद् के प्रांतीय उपाध्यक्ष ई० सुबास चंद्र सतपथी, उत्तराखंड आंदोलन के सूत्रधार अनिल वर्मा, शिक्षाविद् सुनील अग्रवाल तथा समाजसेवी ई० विशंभर नाथ बजाज ने दीप प्रज्ज्वलित करके किया। मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन संस्था के राष्ट्रीय चेयरमैन सचिन जैन ने संगठन द्वारा आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों एवं गतिविधियों की विस्तृत जानकारी दी। तत्पश्चात म्यूजिकल एकेडमी के डायरेक्टर मोंटी गुप्ता ने गणेश वन्दना तथा देश भक्ति के गीतों की मधुर प्रस्तुतियों से समां बांध दिया।
मुख्य अतिथि विधायक कैंट क्षेत्र श्रीमती सविता कपूर ने कहा कि मानवाधिकार एवं सामाजिक न्याय संगठन द्वारा उत्तराखंड राज्य निर्माण आन्दोलन की नींव रखने वाले तथा अपने घर – बार छोड़कर भूखे – प्यासे रहकर व पुलिस द्वारा प्रताड़ित होने के बावजूद संघर्ष करने वाले इन वरिष्ठ आंदोलनकारियों को सम्मानित करके हम सबका मान बढ़ाया है। अगर ये संघर्ष की पहली मशाल जलाकर बाहर न निकलते करते तो अंजाम के रूप में राज्य अस्तित्व में कहां से आता। हम सभी को उत्तराखंड आन्दोलन के इन नींव के पत्थरों के समान आंदोलनकारियों पर इसी प्रकार गर्व करना चाहिए जैसे कोई बहुमंजिला भवन वास्तव में उसकी दिखाई न देने वाली नींव पर ही टिका होता है। ये वो चिंगारियां हैं जो शोला बनकर धधकीं और तत्कालीन अत्याचारी माया- मुलायम सरकार को भस्म करते हुए उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन को अपने अंजाम तक ले गईं।
मुख्य वक्ता के रूप में उत्तराखंड राज्य निर्माण आंदोलन के सूत्रधार व डीएवी कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष तथा मुख्य सलाहकार रहे अनिल वर्मा ने उत्तराखंड आंदोलन की आरक्षण विरोधी मुहिम से लेकर राज्य निर्माण तक अपना जीवन बलिदान करने वाले शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए सम्मानित होने वाले वरिष्ठ राज्य आन्दोलनकारियों का परिचय कराते हुए उनके संघर्ष एवं योगदान का संक्षिप्त वर्णन किया। साथ ही उत्तराखंड में विभिन्न क्षेत्रों में माफियाओं के सक्रिय होने पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए प्रदेश में सख्त भू कानून , आंदोलनकारियों के व परिजनों के लिए 10 % क्षैतिज आरक्षण एवं महिलाओं के लिए 30 % आरक्षण की मांग सहित अंकिता हत्याकांड की जांच सी बी आई से कराने की मांग की। इसके अतिरिक्त प्रदेश को राष्ट्र का एक स्वच्छ एवं सुरक्षित आदर्श राज्य बनाने में प्रत्येक व्यक्ति को अपना हृदय से सरकार से सहयोग करने की अपील भी की।
*वरिष्ठ आंदोलनकारी व डी बी एस काॅलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष पूनम नौटियाल तथा पूर्व अध्यक्ष एडवोकेट अब्बल सिंह नेगी , पूर्व पार्षद व डीएवी कॉलेज के पूर्व चीफ प्रीफेक्ट रहे संदीप पटवाल तथा वरिष्ठ महिला आंदोलनकारी कुसुम लता शर्मा सहित अन्य आंदोलनकारियों ने आंदोलन के दौरान के अपने संस्मरण साझा किये।*
*सम्मान समारोह कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व विधायक श्रीमती सविता कपूर तथा अन्य अतिथियों ने उत्तराखंड आंदोलन के सूत्रधार अनिल वर्मा , उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी परिषद के पूर्व अध्यक्ष व डीएवी कॉलेज के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष रविन्द्र जुगरान, पूर्व अध्यक्ष विजय प्रताप सिंह मल्ल, पूर्व महासचिव सुभाष बड़थ्वाल, पूर्व छात्र नेताओं संदीप पटवाल, अंबुज शर्मा, राजीव तलवार, हेमंत मंजखोला, राकेश मंजखोला , वेदानंद कोठारी, डी बी एस काॅलेज छात्रसंघ के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष अब्बल सिंह नेगी, पूर्व अध्यक्ष दुर्गा वर्मा , पूर्व अध्यक्ष माणिक निधिर शर्मा, पूर्व अध्यक्ष पूनम नौटियाल,बाल अधिकार एवं संरक्षण आयोग की पूर्व अध्यक्ष उषा नेगी, वरिष्ठ महिला आंदोलनकारी नेत्रियों श्रीमती पुष्पलता सिलमाणा तथा श्रीमती कुसुम लता शर्मा एवं श्री हरि ओम ओमी को आंदोलन में विशिष्ट योगदान के लिए “उत्तराखंड विभूषण अवार्ड” प्रदान करके सम्मानित किया गया।*
*समारोह में ई० विशम्भरनाथ बजाज तथा शिक्षाविद् सुनील अग्रवाल सहित अन्य वक्ताओं ने राज्य स्थापना दिवस की बधाई देते हुए समस्त आंदोलनकारियों का उनके समर्पण एवं सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया।*
*धन्यवाद ज्ञापन संगठन की प्रदेश अध्यक्ष मधु जैन ने किया। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक अमित अरोड़ा, पूर्व जिला पंचायत सदस्य पुष्पा बड़थ्वाल, एडवोकेट राजकुमार तिवारी, गीता वर्मा, दिनेश शर्मा, सारिका चौधरी, ई० सुरेंद्र पाल सिंह, अर्चना आनंद, तथा एस पी सिंह सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।*
*कार्यक्रम का समापन वरिष्ठ राज्य आंदोलनकारी व रायपुर ब्लाॅक प्रमुख बीना बहुगुणा के निधन के प्रति गहरा शोक व्यक्त करतु हुए दो मिनट का मौन रखकर हार्दिक श्रद्धांजलि अर्पित करके हुआ।*