देहरादून। तृतीय देहरादून इंटरनेशनल सांइस एंड टेक्नोलॉजी फेस्टिवल 2022 का उद्घाटन उत्तराखंड स्टेट काउंसिल फॉर साइंस एंड टेक्नोलॉजी (यूकॉस्ट) एवं सोसायटी फॉर रिसर्च एंड डेवलपमेंट इन साइंस टेक्नोलॉजी एंड एग्रीकल्चर, युसर्क और ओ एन जी सी के संयुक्त तत्वधान से शुक्रवार को यूकोस्ट झाझरा परिसर में किया गया। इस फेस्टिवल में एक विशाल विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी का भी उद्घाटन किया गया, जिसमें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जुड़े समस्त विभाग, संस्थान एवं निजी कंपनियों ने प्रतिभाग किया।
प्रदर्शनी में यूकोस्ट, स्मार्ट सर्किट इनोवेशन प्राइवेट लिमिटेड, स्पेक्स, कृषि वन रिसर्च सेंटर, भारतीय ग्रामोथान संस्थान, जूलॉजिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया, बोटैनिकल सर्वे ऑफ़ इंडिया, सॉफ्टवेयर टेक्नोलॉजी पार्क ऑफ इंडिया, पंडित दीन दयाल उपाध्याय विज्ञान ग्राम संकुल परियोजना, समय साक्षी प्रकाशन, आईआरडीटी इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च डेवलपमेंट एंड ट्रेनिंग, उत्तराखंड, बोर्ड ऑफ टेक्निकल एजुकेशन, ओएनजीसी, समर्पण सोसाइटी फॉर हेल्थ रिसर्च एंड डेवलपमेंट, ग्राफिक एरा युनीवर्सिटी, उत्तराखंड पीजी कॉलेज ऑफ बायो मेडिकल साइंस, सरस्वती जन कल्याण एवं स्वरोजगार संस्थान, फूड सेफ्टी ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन, नेशनल हेल्थ मिशन, एयरो स्पोर्ट्स इंटरनेशनल, डीआईटी- विज्ञान और प्रौद्योगिकी प्रदर्शनी, देव भूमि उत्तराखंड विश्वविद्यालय, दून रक्षा अकादमी, रुड़की कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, जेबी प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड फिल्म विकास बोर्ड, उत्तराखंड पर्यटन विकास निगम, भारतीय चिकित्सा परिषद, उत्तराखंड आयुर्वेद एवं यूनानी सेवायें, उत्तराखंड स्टार्टअप काउंसिल नायरा फ्रेश फार्म, हाईपेकर प्राइवेट लिमिटेड, मिलेट स्टेशन, उत्तराखंड ऑर्गेनिक कमोडिटी बोर्ड, सेरीकल्चर, वाडिया इंस्टिट्यूट ऑफ हिमालयन जियोलॉजी, डीएक्सएन गैनोडर्मा किंग ऑफ हर्ब्स, सेंटर फॉर एरोमैटिक प्लांट्स, उत्तराखंड जल विद्युत् निगम लिमिटेड, पिटकुल , युरेड़ा , शिक्षक कल्याण फाउंडेशन, एस डी आर एफ़, नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ साइंस कम्युनिकेशन एंड पालिसी रिसर्च, युसर्क और एस डी आर एफ़ आदि ने स्टॉल के माध्यम से अपने कार्य और अत्याधुनिक तकनीकों से सबको अवगत कराया।
इस फेस्टिवल में छात्रों के लिए साइंस पोस्टर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया जिसमे लगभग 500 से ज्यादा छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि डॉ हेमचन्द्र पांडेय (वी सी, एच एन बी मेडिकल यूनिवर्सिटी) ने वर्तमान अनुसंधान की प्रमुख आवश्यकताओं, स्वास्थ्य सेवाओं के लिए बुनियादी उपकरण, भविष्य की संभावनाएं और संतुलित जीवनशैली के महत्त्व के बारे में बात की। प्रोफेसर अनीता रावत ने शिक्षा और क्षमता निर्माण गतिविधियों के महत्व और प्रयोगशालाओं के सुदृढ़ीकरण के बारे में बात की। डॉ कलाचंद सेन, (निदेशक, वाडिया भूविज्ञान संस्थान, देहरादून ) ने कहा कि जलवायु परिवर्तन, हिमालयी पारिस्थितिकी तंत्र और ऊर्जा सुरक्षा आपस में जुड़े हुए हैं और इनके बीच स्थायी संतुलन की आवश्यकता है।
प्रोफेसर दुर्गेश पंत, महानिदेशक, यूकोस्ट ने कहा कि इस महोत्सव का उद्देश्य समाज में वैज्ञानिक चेतना और अभिरुचि जागृत करना है। उन्होंने परिषद् के भावी परियोजनाओं साइंस सिटी, देहरादून और एस्ट्रो पार्क, हल्द्वानी के निर्माण से सबको अवगत कराया। उन्होंने अर्थव्यवस्था और पारिस्थितिकी के संतुलन के महत्त्व पर बात की। डॉ डी पी उनियाल, संयुक्त निदेशक यूकॉस्ट ने परिषद् की विभिन गतिविधियों से सबको अवगत कराया।
श्री कुंवर राज अस्थाना, आयोजन सचिव ने सभी संस्थानों से आये वैज्ञानिकों, अधिकारीयों और विद्यार्थाेयों का धन्यवाद देते हुए आयोजन के महत्त्व पर चर्चा की। इस अवसर पर विज्ञान प्रौद्योगिकी और कृषि विषय के अंतर्गत एक सम्मेलन का भी आयोजन किया गया जिसमे प्रौद्योगिकी, कृषि और अनुसंधान के क्षेत्र में विभिन्न शोध पत्रों पर चर्चा की गयी। इस अवसर पर ड्रोन टेक्नोलॉजी का कृषि में महत्त्व और उपयोग हेतु एक एरोमॉडलिंग कार्यशाला का भी आयोजन किया गया। इस अवसर पर मैजिक ऑफ़ मैथ्स व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमे इंडियन पब्लिक स्कूल, रायवाला के शिक्षक अमित नेगी ने काम समय में प्रश्नों को हल करने के लिए गणितीय तकनीकों से विद्यार्थियों को अवगत कराया। इस फेस्टिवल में 1200 से अधिक छात्र छात्राओं ने प्रतिभाग किया।