चित्तोड़गढ़।कोविड काल में आॅनलाइन गेम से बच्चों में लगातार मोबाइल चलाने व मोबाइल गेम की लत में बच्चों व युवाओं का मानसिक संतुलन बिगड़ता जा रहा है। चित्तौड़गढ़ जिले के भदेसर इलाके में ऐसा ही एक वाक्या हुआ। मोबाइल अचानक बंद होने पर एक युवक ‘हैकर आया, हैकर आया’ चिल्लाते हुए हाइवे पर वाहनों के सामने दौड़ने लगा।लोग समझ नहीं पाए। रोकने और पकड़ने की कोशिश करने पर भी वह नहीं माना। आखिरकार गांव वालों ने उसे पकड़कर रस्सी से बांधा, तब जाकर कंट्रोल हुआ। इस घटना की पूरे गांव में चर्चा हो रही है। यह घटना शुक्रवार की है।चित्तौड़गढ़ में बानसेन ग्राम पंचायत सरपंच कन्हैयालाल वैष्णव ने बताया कि बिहार के छपरा का रहने वाला मुस्लिम अंसारी (22) उदयपुर चित्तौड़ सिक्सलेन हाइवे पर बजरंग होटल के पास पंक्चर बनाने का काम करता है।
शुक्रवार को अचानक मोबाइल खराब होने पर उसका मानसिक संतुलन बिगड़ गया। मोबाइल युवक के हाथ में था, लेकिन वो बोल रहा था कि उसका मोबाइल चोरी हो गया। लोगों से उसने कहा कि यहां पीछे खेत में कोई बाइक चलाकर फसलें खराब कर रहा है। बाइक को छिपा दिया है। मौके पर जाकर देखा तो कोई नहीं मिला। दस दिन पहले ही उसके पिता ने काम करने के लिए छपरा से यहां बुलाया था।फिर अचानक पागल जैसी हरकतें करने लगा अंसारी फ्री फायर की दुनिया से बाहर नहीं निकल सका। बार-बार हैकर आया, पासवर्ड चेंज और आईडी लॉक जैसे शब्द बोल रहा था। रात भर उसे समझाया गया। मगर सुबह होते ही वह वापस सिक्स लेन हाईवे पर दौड़ने लगा। वाहन चालकों को रोककर आईडी हैक करने की बात कहने लगा। सरपंच का कहना है कि मौके पर वो खुद वाहन के सामने आकर सुसाइड जैसी कोशिश भी कर रहा था। खुद को मार रहा था। नहीं संभलने पर उसके दोस्त ने एक खाट पर रस्सी से बांध दिया।