देहरादून। आज उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के द्वारा मुख्यमंत्री आवास पर डॉक्टर कुसुम रानी नैथानी ‘डॉ. के रानी’ के बिनसर पब्लिकेशन से प्रकाशित गढ़वाली बाल कहानी संग्रह ‘बोण का किस्सा’ का विमोचन किया गया। मुख्यमंत्री द्वारा ‘बोण का किस्सा’ पुस्तक के प्रकाशन पर डॉक्टर नैथानी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी गई। गढ़वाली भाषा में लिखी गई इस पुस्तक की तारीफ करते हुए उन्होंने कहा की बच्चों के लिए भी क्षेत्रीय भाषा में अच्छे साहित्य की जरूरत है। उम्मीद की जाती है कि भविष्य में भी वे बच्चों के लिए लगातार गढ़वाली में उत्कृष्ट साहित्य का प्रकाशन करती रहेंगी। इस पुस्तक में बच्चों के लिए विभिन्न विषयों पर्यावरण, वन संरक्षण, अंधविश्वास निवारण एवं सामान्य जन जीवन से जुड़ी हुई इक्कीस कहानियां लिखी गई हैं। गढ़वाली भाषा में बाल कथाकार डॉ. कुसुम रानी नैथानी का यह दूसरा कहानी संग्रह है। इनके द्वारा अब तक हिंदी में छह सौ से अधिक बाल कहानियां, चार बाल कहानी संग्रह हिंदी में, दो गढ़वाली में तथा एक बाल उपन्यास हिंदी में प्रकाशित हो चुका है। शैलेश मटियानी उत्तराखंड राज्य पुरस्कार (2015), राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार (2016) एवं जिला प्रशासन देहरादून द्वारा कोरोना योद्धा सम्मान (2020) से सम्मानित भूतपूर्व प्रधानाचार्या डॉ० कुसुम रानी नैथानी बच्चों के लिए विगत तेरह वर्षों से पाक्षिक बाल समाचार पत्र ‘बालपक्ष’ का भी सफल संपादन कर रही हैं। उनके द्वारा लिखित कई कहानियां पुरस्कृत हो चुकी है। पुस्तक के विमोचन के अवसर पर प्रोफेसर उमेश चंद्र नैथानी, डॉक्टर दुर्गेश पंत, सुनील डोभाल, अनिल जोशी, केके मैदान, सत्य प्रकाश रावत, राम कुमार सिंह एवं अन्य गणमान्य महानुभाव उपस्थित थे।
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वरिष्ठ पत्रकार प्रेम प्रकाश की पुस्तक ‘रिपोर्टिंग इंडिया’ के हिंदी संस्करण का विमोचन
Spread the loveदेहरादून। देश के सुप्रसिद्ध पत्रकार प्रेम प्रकाश द्वारा लिखी गयी एक अतुलनीय पुस्तक ‘रिपोर्टिंग इंडिया’ के हिंदी अनुवाद का विमोचन दिल्ली में किया गया देश के सुप्रसिद्ध पत्रकार एवं इस पुस्तक के लेखक प्रेम प्रकाश, संजीव कपूर, नीलिमा डालमिया अधर (दिल्ली की अहसास वूमेन), वंदना सिंह और मनीषा जैन (प्रभा खेतान फाउंडेशन की ब्रांडिंग और कम्यूनिकेशन प्रमुख) की गरिमामयी उपस्थिति में राजनाथ सिंह जी ने इस पुस्तक के हिंदी संस्करण का विमोचन किया।प्रेम प्रकाश जी एक प्रतिष्ठित भारतीय पत्रकार और भारत की सबसे बड़ी टेलीविजन समाचार एजेंसी एशियन न्यूज इंटरनेशनल (एएनआई) के चेयरमैन हैं। उन्होंने आजादी के बाद के भारत की कुछ दिलचस्प और यादगार पहलुओं को कवर किया हैउन्होंने 1950 के दशक से सदी के अंत तक भारतीय उपमहाद्वीप में हुई प्रमुख घटनाओं की सूचना लोगों तक पहुंचायी है। वह फ्रांस, जर्मनी और संयुक्त राज्य अमेरिका के अग्रणी विदेशी प्रसारकों के साथ भी काम कर चुके हैं।प्रेम प्रकाश जी द्वारा लिखी गयी अद्भुद जानकारी से भरी पुस्तक ‘रिपोर्टिंग इंडिया’ ‘माई सेवेंटी ईयर जर्नी ऐज ए जर्नलिस्ट’ के हिंदी अनुवाद का विमोचन देश के माननीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उनके अकबर रोड स्थित आवास पर किया। पुस्तक का हिंदी अनुवाद प्रभा खेतान फाउंडेशन द्वारा किया गया है। इसे देश के विभिन्न कोने में साहित्यकारों और पाठकों तक पहुंचाने का नेतृत्व भी इसी संगठन ने लिया है। इस पुस्तक के हिंदी अनुवाद का प्रकाशन प्रभात प्रकाशन द्वारा किया गया है।इस यादगार मौके पर मनीषा जैन ने देश के माननीय रक्षा मंत्री को स्मृति चिन्ह के तौर पर फाउंडेशन की पत्रिका ‘प्रभा’ के साथ देश के जानेमाने कलाकार सुदीप्त कुंडू द्वारा डिजाइन की गई ‘प्रभा’ अंकित सिरेमिक प्लेट भेंट की।प्रभा खेतान फाउंडेशन साहित्य और अनुवाद के प्रति गहरा सम्मान रखता है, क्योंकि अनुवाद एक दूसरे के बारे में जानने और एक दूसरे से सीखने का अवसर प्रदान करता है। भारत एक ऐसा देश है, जिसके विभिन्न राज्यों में रहनेवाले लोग आपस में सैकड़ों भाषाएं बोलचाल में प्रयोग करते हैं, अनुवाद शब्दों और विचारों को समय और भौगोलिक दायरे के जरिये अपनी भाषा को समझाने में सक्षम बनाता है।