देहरादून प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों के लिए सोमवार सुबह आठ बजे से उत्तराखंड में मतदान शुरू हो गया। शाम छह बजे तक मतदान केंद्र तक पहुंचने वालों को मतदान का मौका दिया गया। डाक मतपत्र मतगणना के दिन, यानी 10 मार्च सुबह आठ बजे तक स्वीकार किए गये। मतदान केंद्र के 100 मीटर के दायरे में मोबाइल फोन का इस्तेमाल प्रतिबंधित रहा। राज्य की सभी राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय सीमाओं को सुरक्षा के दृष्टिगत सील कर दिया गया।
प्रदेशभर में तीन बजे तक 49.24 प्रतिशत मतदान सोमवार को हुआ है। मतदान करने में उत्तरकाशी सबसे आगे रहा। यहां 56 फीसद से ज्यादा मतदान हुआ। प्रदेश के राज्यपाल गुरमीत सिंह ने वोट डालने के बाद सभी से मताधिकार के प्रयोग की अपील की। उन्होंने कहा, मतदान शत-प्रतिशत होना चाहिए। चुनाव निष्पक्ष, निष्पक्ष तरीके से हो रहे हैं। कई मतदाताओं का उनके बूथ से नाम 15 से 20 किमी दूर के बूथ की लिस्ट में चढ़ा हुआ मतदान के दौरान पाया गया और कई के नाम मतदाता लिस्ट से गायब हैं, जिससे मतदाताओं में रोष व्याप्त रहा।
खुद दो बार नगर पालिका का चुनाव लड़ चुके मतदाता का नाम भी लिस्ट से गायब मिला। उत्तराखंड विधानसभा चुनाव के लिए पहले तीन घंटे 18.97 प्रतिशत मतदान हुआ । वोटिंग सांय काल तक जारी रही। धीरे-धीरे कर ग्राफ बढ़ता गया।
चकराता से लगातार पांचवीं बार चुनाव लड़ रहे कांग्रेस प्रत्याशी एवं नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने अपने पैतृक गांव स्थित मतदान केंद्र बृनाड़ में वोट डाला। चैबट्टाखाल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी सतपाल महाराज ने सोमवार को आठ बजे बजे राजकीय प्राथमिक विद्यालय, सेडियाखाल स्थित बूथ संख्या-56 पर जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने भी अपनी पुत्री के साथ जाकर अपने मताधिकार का प्रयोग किया। सहसपुर में बूथ नंबर 203 में पोलिंग अधिकारी को मतदान के दौरान दिल का दौरा पड़ गया। रिजर्व कर्मचारी मौके के लिए रवाना हो गए हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मां विशना देवी व पत्नी गीता धामी के साथ अपने विधानसभा क्षेत्र खटीमा के आदर्श विद्यालय नगरा तराई बूथ पर मतदान किया। शहर में मतदान को लेकर सुबह से ही मतदाताओं में खासा उत्साह दिख रहा है। भाजपा प्रत्याशी राजकुमार पोरी ने नगर पालिका में बने मतदेय स्थल में मतदान किया। जबकि शहर के जिला पंचायत के पुराने सभागार में बने मतदेय स्थल में मतदान को लेकर लाइन लगी है। जिला निर्वाचन अधिकारी डा. विजय कुमार जोगदंडे चुनाव कंट्रोल रूप से जनपद के सभी मतदेय स्थलों पर मतदान की स्थिति का जाएजा ले रहे हैं। सभी मतदेय स्थलों पर सुरक्षा के लिहाज से पुलिस व अद्व सैनिक बल के जवानों को मुस्तैद कर दिया गया है। जनपद की छह विधान सभा सीटों के लिए 947 मतदेय स्थल बनाए गए हैं।हरिद्वार शहर विधानसभा क्षेत्र के भगवानदास संस्कृत महाविद्यालय मतदान केंद्र के बूथ नंबर 152 कि ईवीएम और वीवीपैट मशीन में आई खराबी के कारण 20 मिनट देरी से शुरू हुआ मतदान। खराबी को ठीक कर लिया गया है।
चैधरी भरत सिंह डीएवी इंटर कॉलेज में बूथ संख्या 146 पर ईवीएम मशीन खराब होने से 8 बजे पोलिंग बूथ शुरू नहीं हो पाया। अधिकारियों ने पहुंच कर ईवीएम को बदलवाने के लिए कार्रवाई शुरू कर दी। कोटद्वार के सरस्वती विद्या मंदिर स्थित मतदान केंद्र में मतदाता पहुंचे। केंद्र में बिना मास्क के प्रवेश नहीं दिया जा रहा है। केंद्र में ही स्वास्थ्य विभाग की एक टीम मास्क का वितरण कर रही है।
पांचवी विधानसभा के लिए राज्य के 82.66 लाख मतदाता सभी 70 सीटों के लिए मैदान में उतरे 632 प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे। इनमें प्रमुख रूप से मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल व आम आदमी पार्टी का मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित किए गए कर्नल अजय कोठियाल समेत अन्य नेता शामिल हैं। भाजपा, कांग्रेस और आप के 70-70 प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं। बसपा के 60, सपा के 56 और उक्रांद के 46 प्रत्याशियों के अलावा 260 अन्य प्रत्याशी भी मैदान में हैं। मतदान के लिए निर्वाचन आयोग ने पूरी तैयारी कर ली है। राज्य की मुख्य निर्वाचन अधिकारी सौजन्या ने कहा कि सभी मतदाता मतदान के लिए अपना फोटो युक्त मतदाता पहचान पत्र लाएं।
यदि किसी के पास फोटो युक्त पहचान पत्र नहीं है तो 12 अन्य दस्तावेजों को फोटो पहचान पत्र के विकल्प के रूप में प्रयोग कर मतदान कर सकते हैं। मतदान के लिए लिए प्रदेश को 276 जोन और 1447 सेक्टर में बांटा गया है। प्रदेश के 8624 मतदान केंद्रों के 11697 मतदेय स्थलों पर वोट डाले गए।
प्रदेश में 156 माडल मतदेय स्थल बनाए गए । यहां हर तरह की सुविधा होगी। 101 सखी मतदेय स्थल बनाए किया गया गए।, जिनमें मतदान अधिकारी हो या सहायक मतदान अधिकारी, सभी महिलाएं को मतदान के दौरान तैनात किया गया। छह दिव्यांग मतदेय स्थल बनाए गए हैं। यहां के सभी कार्मिक दिव्यांग रहे। दिव्यांगों की सुविधा के लिए मतदान केंद्रों में व्हील चेयर की भी व्यवस्था की गई । प्रदेश में 5905 मतदेय स्थल पर वेबकास्टिंग की गई। 310 बूथों पर संचार व्यवस्था न होने के कारण सेटेलाइट फोन और पुलिस व वन विभाग के वायरलेस सिस्टम के जरिये संपर्क साधा गया।