देहरादून।भूतपूर्व ऑनरेरी डायरेक्टर बीवी महिंद्र कौर की 11वीं सालाना बरसी पर साहित्य केंद्र देहरादून की ओर से सालाना बरसी का समागम आयोजित किया गया।इस अवसर पर सुखमनी साहिब के पाठ उपरांत भाई जरनैल सिंह महक के जत्थे की ओर से रसभिना कीर्तन किया गया।इस अवसर पर डॉक्टर सवराज सिंह (यूएसए) की ओर से यादगारी भाषण दिया गया जिसमें उन्होंने देश-विदेश में बसने वाले सिखों की दरपेश समस्याएं और उनके समाधान की बात की। पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के वाइस-चांसलर प्रोफेसर अरविंद की सरपरस्ती में डॉक्टर बलबीर सिंह साहित्य केंद्र देहरादून की ओर से सालाना बरसी का समागम आयोजित किया गया।
श्री गुरु ग्रंथ साहिब के हवाले से धर्म एवं आथिंकता, हुकम एवं अंहकार, गुरमुख एंव मनमुख की बात करते हुए उन्होंने कहा कि मनुष्य का मनुष्यता से टूट जाना, अपने मूल को ना पहचानना ही समस्याओं की आंरभता है अपनी अंदरूनी संरचना के द्वारा मूल की तरफ पलटना यानि मनमुखता से गुरुमुखता की ओर लौटना ही समस्याओं का समाधान है। इस अवसर पर सरदार नरेंद्रजीत सिंह बिंद्रा, सरदार देवेंद्र सिंह बिंद्रा, सरदार अमरजीत सिंह भाटिया, सरदार हिम्मत सिंह, सरदार दर्शन सिंह, ब्रिगेडियर बहल,सरदार बृजेंद्र पाल सिंह, सरदार हरपाल सिंह बजाज, श्वेता तलवार, अमरजीत कौर करीब आदि प्रबुद्ध जनों ने बीबी महिंदर कौर को श्रद्धा के फूल अर्पित किए। अंत में डॉक्टर कुलविंदर सिंह ने आए मेहमानों का धन्यवाद किया यह सारा प्रोग्राम केंद्र के कोऑर्डिनेटर डॉक्टर परमवीर सिंह की देखरेख में सफलता सहित आयोजित किया गया।