रुड़की। भगवानपुर में नकली दवाई बनाने की फैक्ट्री मामले में पुलिस ने दो लोगों को जेल भेज दिया है। जबकि तीन आरोपियों की तलाश जारी है। शनिवार को डाडा जलालपुर गांव में एक घर में नकली दवाई बनाए जाने की फैक्ट्री संचालित होने की सूचना पर छापेमारी की गई थी। मौके से दो लोगों को पकड़ा गया था और मामले को लेकर पूछताछ की गई थी।
औषधि निरीक्षक (हरिद्वार) अनीता भारती ने तहरीर देकर पांच लोगों को के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। श्रवण कुमार निवासी थाना तरैया जिला छपरा बिहार और रवि मिश्रा निवासी थाना तरउगंज किनौरा गौंडा उत्तर प्रदेश, मनदीप निवासी इंदिरा कॉलोनी चक्खू वाला देहरादून, रजनीश निवासी ज्वालापुर जिला हरिद्वार, मुख्य आरोपी खालिद निवासी अमजद नगर जिला सहारनपुर हाल निवासी डाडा जलालपुर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।
रवि कुमार और श्रवण कुमार को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश कर दिया था। जहां से रवि कुमार और श्रवण कुमार को रविवार को जेल भेज दिया गया। थाना प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया। जबकि तीन फरार आरोपियों की धरपकड़ के लिए दबिश दी जा रही है।
कच्चे माल और सप्लाई की जुटाई जा रही जानकारी
नकली दवा बनाने वालों ने अपना नेटवर्क कई राज्यों तक फैलाया हुआ है। ड्रग और औषधि नियंत्रण और एसटीएफ विभाग ने छापेमारी कर नकली दवाई बनाने की फैक्ट्री पकड़ी थी। मौके से काफी मात्रा में नकली दवाई बरामद की थी। शनिवार को घाड़ क्षेत्र के गांव डाडा जलालपुर में संचालित नकली दवाई बनाने की फैक्ट्री पर ड्रग्स विभाग और एसटीएफ की टीम ने छापेमारी की थी। जिसमें विभिन्न नामी कंपनियों के नाम पर नकली दवा बनाई जा रही थी। औषधि निरीक्षण (हरिद्वार) अनीता भारती ने पांच आरोपियों के खिलाफ नकली दवाई बनाने का मामला दर्ज कराया था। जिसमें दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया था। साथ ही टीम दवाइयां सप्लाई कहां-कहां होती थी। इसकी जानकारी जुटाने में लगी हुई है। ड्रग्स और एसटीएफ की टीम ने कच्चा माल कहां से किया जा रहा था इसकी जानकारी जुटानी शुरू कर दी है।