देहरादून, 4 फरवरी, 2022: विश्व कैंसर दिवस की यादगार में जो हर साल 4 फरवरी को मनाया जाता है, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, देहरादून ने विशेष रूप से उत्तराखंड राज्य में बीमारी के बढ़ते फैलाव और उपलब्ध विभिन्न उपचार साधनो के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया। विश्व कैंसर दिवस 2021 की आधिकारिक थीम ‘क्लोज द केयर गैप’ के साथ जुड़ने के लिए, विशेषज्ञों ने खुलासा किया कि कैसे हर एक व्यक्ति अपनी सामूहिक और व्यक्तिगत क्षमताओं से कैंसर के वैश्विक बोझ को कम करने में योगदान दे सकता है, जो इससे जूझ रहे लोगों के साथ-साथ उसके परिवार और प्रियजनों के लिए बेहद्द पीड़ा का कारण बनती है। विशेषज्ञों ने इस बात पर जोर दिया कि कैसे कैंसर का वक़्त से पहले मूल्यांकन उपचार के नतीजों में उल्लेखनीय सुधार ला सकता है और जीवन को बचा सकता है। मैक्स अस्पताल, देहरादून ने आज अपनी दूसरी सलाह ओपीडी शुरू करने की घोषणा भी की। यह नई पेशकश कैंसर रोगियों के लिए आसानी से उपलब्ध दूसरी चिकित्सीय सलाह प्रदान करती है।
रोगी मैक्स अस्पताल के विशेषज्ञों से मुफ्त दूसरी सलाह प्राप्त कर सकते है। इस अवसर पर बोलते हुए और इस पर ज्ञान देते हुए कि ये जल्दी पता लगाना क्यों महत्वपूर्ण है, डॉ मनीषा पटनायक, प्रिंसिपल कंसल्टेंट-सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल ने कहा “विश्व कैंसर दिवस हर साल कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसकी रोकथाम, पता लगाने और उपचार को प्रोत्साहित करने के लिए मनाया जाता है। कैंसर दुनिया का दूसरा प्रमुख मारनेवाला (किलर) बन गया है। दुनिया में हर मिनट 17 लोगों की कैंसर से मौत होती है। इस प्रकार कैंसर का समय से पहले पता लगाने के बारे में जागरूकता फैलाना जरुरी है जिससे सफल उपचार की संभावना काफी बढ़ जाती है। कैंसर के विकास के प्रारंभिक चरण में, विशेष रूप से स्टेज 1 में स्टेज 3 और 4 केस की तुलना में चयनित कैंसर में रोगनिदान (वह कोर्स जो चिकित्सा स्थिति लेता है) और जीवित रहने की दर लगभग 75-85% है जहां स्टेज 3 और 4 में सिर्फ 20% से कम मरीज ठीक हो सकते हैं। मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, देहरादून उत्तराखंड के प्रमुख केंद्रों में से एक है, जो माइक्रो-वैस्कुलर पुनर्निर्माण के साथ प्रमुख कैंसर सर्जरी करता है, जैसे कि जटिल सिर और गर्दन का कैंसर, स्तन कैंसर, पेट (गैस्ट्रिक) कैंसर और अंडाशय कैंसर।
इसमें विभिन्न प्रकार के कैंसर से पीड़ित लोगों की मदद के लिए एक समर्पित ट्यूमर बोर्ड भी है।कैंसर ट्यूमर बोर्ड के चिकित्सा विशेषज्ञों ने कैंसर के खतरे को कम करने के लिए निम्नलिखित एहतियाती उपाय करने की सलाह दी है: अपनी शारीरिक गतिविधि के स्तर को प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट तक बढ़ाकर एक क्रियाशील और स्वस्थ जीवन शैली का पालन करें। फलों, सब्जियों और फलियों, साबुत अनाज और नट्स (बादाम आदि) की खपत को बढ़ाएं।धूम्रपान छोड़े और किसी भी रूप में तंबाकू का सेवन ना करे। नियमित चिकित्सा देखभाल ले और नियमित रक्त परीक्षण करवाएं और ऐसे किसी भी लक्षण को नज़रअंदाज़ ना करे जो लंबे समय तक बना हुआ है। सर्वाइकल (गर्भाशय ग्रीवा) कैंसर जैसे कुछ कैंसर के लिए उपलब्ध टीकाकरण के माध्यम से कैंसर पैदा करने वाले संक्रमणों के खिलाफ टीकाकरण करे।
डॉ रुनु शर्मा, सहयोगी सलाहकार, मेडिकल ऑन्कोलॉजी, ने कहा, “उत्तराखंड में पिछले कुछ सालों से कैंसर के मामले तेजी से फैल रहे हैं। इनमें से ज्यादातर रोगी कैंसर के विकास की आखिरी और महत्वपूर्ण स्टेज पर डॉक्टरों के पास जाते हैं, जिससे फैलाव को नियंत्रित करना और ठीक होने की प्रक्रिया मुश्किल हो जाती है। बोझ कम करने के लिए कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने से, समय से पहले कार्रवाई से और निवारक पहचान और उपचार कार्यक्रम की व्यावहारिक रणनीति विकसित करके कैंसर से संबंधित कई मौतों से बचा जा सकता है।”मैक्स अस्पताल, देहरादून ने इस दिन और इस बीमारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ओपीडी, आईपीडी और कीमोथेरेपी रोगियों को स्वस्थ उपहार हैंपर्स भी वितरित किए। मैक्स अस्पताल देहरादून में मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ कैंसर केयर हर साल लगभग 200 नए कैंसर मामलों का इलाज करता है। इनमें से ज्यादातर कैंसर को क्रियाशील और स्वस्थ जीवन शैली का पालन करके और कैंसर पैदा करने वाले संक्रमणों के खिलाफ टीकाकरण के द्वारा रोका जा सकता है। इन कैंसर से संबंधित मौतों की एक बड़ी संख्या से बचा जा सकता है अगर बीमारी का शुरुवाती स्टेज में पता लगाया जा सकता है, जिसके दौरान ठीक होने की दर बहुत ज्यादा होती है।