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देहरादून, 13 नवंबर: तुलाज़ इंस्टिट्यूट में आज तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय इलेक्ट्रिकल एंड इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर्स (आईईईई) सम्मेलन का समापन हुआ। सम्मेलन का संचालन यूपी कॉन सेक्शन एवं बीटीकेआईटी कॉलेज, द्वाराहाट के सहयोग से किया गया।सम्मेलन का शुभारंभ सभी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया जिसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। बाद में बीटीकेआईटी कॉलेज के प्रो. डॉ. के एस वैश्ला द्वारा स्वागत भाषण दिया गया।कंप्यूटर इंजीनियरिंग और नवाचार में वर्तमान रुझानों पर एक विचारोत्तेजक भाषण आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर एवं कांफ्रेंस के मुख्य अतिथि डॉ एस एन सिंह द्वारा दिया गया।विशिष्ट अतिथि और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के मुख्य समन्वयक, प्रो. दुर्गेश पंत ने बताया कि कैसे सभी नागरिकों को सुविधाजनक शासन प्रदान करने के लिए प्रौद्योगिकी का स्थायी रूप से उपयोग किया जा सकता है।
सम्मेलन में अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के अनुभवी प्रोफेसर डॉ. इकराम खान को लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार से सम्मानित किया गया। आयोजन के मुख्य वक्ता आईआईटी कानपूर के डॉ. योगेश चौहान ने सेमीकंडक्टर के विकास और यह कैसे भारतीय इलेक्ट्रॉनिक सामान निर्माण बाजार का चेहरा बदल सकता है, के बारे में बात की।
कार्यक्रम का समापन तुलाज़ इंस्टिट्यूट के निदेशक डॉ. संदीप विजय द्वारा धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ इसके बाद तुलाज़ इंस्टिट्यूट के रजिस्ट्रार डॉ. पवन कुमार चौबे और शिक्षा विभाग के डीन डॉ. निशांत सक्सेना द्वारा संक्षिप्त भाषण दिया गया।
आईआईटी, केंद्रीय विश्वविद्यालयों और अन्य तकनीकी और अनुसंधान संस्थानों सहित सभी प्रमुख संस्थानों के शोधकर्ताओं, शिक्षाविदों ने सम्मेलन में भाग लिया और कंप्यूटर इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रॉनिक्स के क्षेत्र में अपने मूल्यवान निष्कर्षों और अनुसंधान प्रतिबिंबों को साझा किया।तीन दिवसीय सम्मेलन के दौरान, प्रतिभागियों ने ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीकों से भाग लिया।