ऋषिकेश-08.11.2021: टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (टीएचडीसीआईएल), ऋषिकेश में 24वीं अंतर केंद्रीय विद्युत क्षेत्र उपक्रमों की पांच दिवसीय कैरम प्रतियोगिता का शुभारंभ हुआ | श्री जे. बेहेरा, निदेशक (वित्त), टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड ने पॉवर स्पोर्ट्स कंट्रोल बोर्ड, विद्युत मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में आयोजित की जा रही कैरम प्रतियोगिता उद्धाटन किया।
श्री बेहेरा ने पॉवर स्पोर्ट्स कन्ट्रोल बोर्ड का ध्वज फहराया व प्रतियोगिता के शुभारम्भ की विधिवत घोषणा की | उन्होंने साथ ही खिलाडियों को खेल भावना की शपथ दिलाई तथा उपस्थित जनसमूह को संबोधित किया |
उल्लेखनीय है कि 08 से 12 नवंबर, 2021 तक चलने वाली इस प्रतियोगिता में विद्युत मंत्रालय (MOP) सहित कुल 11 पुरुष टीमें एवं 09 महिला टीमें प्रतिभाग कर रही हैं जिनका विवरण इस प्रकार हैः केंद्रीय विद्युत प्राधिकरण (CEA), भाखडा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (BBMB), पॉवर ग्रिड कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (PGCIL), एनएचपीसी (NHPC), सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (SJVNL), दामोदर वैली कॉरपोरेशन (DVC), नॉर्थ ईस्टर्न इलेक्ट्रिक पॉवर कॉरपोरेशन लिमिटेड (NEEPCO), पॉवर सिस्टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (POSOCO), पीएफसी (PFC) तथा आयोजक टीम – टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड (THDCIL)।
इस अवसर पर श्री वीर सिंह, महाप्रबन्धक (मा. सं.) ने स्वागत संबोधन प्रेषित किया। इस कार्यक्रम के दौरान श्रीमती महक शर्मा, वरिष्ठ मा.सं. अधिकारी ने मंच का संचालन किया |
कैरम प्रतियोगिता के पहले दिन महिला व पुरुष वर्ग के टीम चैम्पीयन्शिप के मैच खेले गए | जिसमे पुरुष वर्ग में टीम MOP ने टीम PFC को 2-1 से , टीम POSOCO ने टीम SJVNL को 3-0 से, टीम CEA ने टीम THDCIL को 3-0 से और टीम NHPC ने PGCIL को 2-1 से हरा कर अगले दौर में प्रवेश किया | वहीँ महिला वर्ग में NEEPCO ने टीम THDCIL को 2-1 से , टीम POSOCO ने टीम PGCIL को 2-1 से और टीम NHPC ने टीम MOP को 2-1 से हरा कर अगले दौर में प्रवेश किया |
टीएचडीसीआईएल भारत की अग्रणी विद्युत उत्पादन कंपनियों में से एक है । टिहरी बांध एवं एचपीपी(1000मेगावाट), कोटेश्वर एचईपी(400 मेगावाट), गुजरात के पाटन में 50 मेगावाट एवं द्वारका में 63 मेगावाट की पवन विद्युत परियोजनाओं, उत्तर प्रदेश के झांसी में 24 मेगावाट की ढुकवां लघु जल विद्युत परियोजना एवं कासरगॉड केरल में 50 मेगावाट की सौर परियोजना के साथ टीएचडीसीआईएल की कुल संस्थापित क्षमता 1587 मेगावाट हो गई है ।