देहरादून । जिलाधिकारी सोनिका ने गुरूवार को उपाध्यक्ष एमडीडीए का कार्यभार ग्रहण किया। इस दौरान उन्होंने एमडीडीए कार्यालय में विभिन्न पटलों का भी निरीक्षण किया। जिलाधिकारी/उपाध्यक्ष एमडीडीए ने उत्तराखण्ड हाउसिंग एण्ड अर्बन डेवलपमेंट अथोरिटी एवं एमडीडीए के अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए इन्टिग्रेटेड सिस्टम एवं डाटा शेयर के संबंध में चर्चा की। जिलाधिकारी/उपाध्यक्ष एमडीडीए सोनिका ने एमडीडीए के अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को असुविधा न हो इस प्रकार की कार्य प्रणाली विकसित की जाए।
उन्होंने एनडीडीए के ऑनलाइन डेसबोर्ड का भी अवलोकन करते हुए सिंगल विंडो सिस्टम की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने निर्देश दिए कि एमडीडीए में भवन के लिए आवेदकों/स्वामियों की ओर से आवेदित नक्शे के आवेदन किस स्तर/कारण से लंबित हैं की भी जानकारी प्राप्त की। बैठक में बताया गया कि अधिकतम प्रकरणों में आर्किटेक्ट के स्तर पर भी नक्शे लंबित रहते हैं तथा वह नक्शे एमडीडीए में ही लंबित दिखाए जाते है। उपाध्यक्ष एमडीडीए ने एमडीडीए में पंजीकृत आर्किटेक्ट की बैठक बुलाकर कार्यों में तेजी लाए जाने के लिए उनका भी समय सीमा तय करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी/उपाध्यक्ष एमडीडीए ने निर्देश दिए कि 500 वर्गमीटर तक के भूखण्ड के लिए मॉडल नक्शे बनाए जाए ताकि आवेदकों को ऑनलाइन माध्यम से एमडीडीए की ओर से स्वीकृत नक्शे के आधार पर नक्शा पास कराने में समय न लगे। उन्होंने निर्देश दिए कि यदि किसी के नक्शे के संबंध में कोई अभिलेखीय कमी है तो उसकी सूचना एसएमएस के माध्यम से संबंधित स्वामी एवं आर्किटेक्ट को भी मिले ताकि वह अपनी अभिलेखीय कमी समय से दूर कर सकें। तथा लोगों को अनावश्यक न भटकना पड़े।