देहरादून। संयुक्त राष्ट्र द्वारा वर्ष 2023 को अन्तर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष के रूप में मनाया जा रहा है। इसी क्रम में आज दून लाईब्रेरी एवं शोध केन्द्र परेड ग्राउण्ड में जिला योजना अन्तर्गत स्थानीय मोटे एवं पौष्टिक अनाजों को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से किसान गोष्ठी एवं मिलेट भोज का आयोजित किया गया। इस अवसर पर जिलाधिकारी सोनिका ने कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रतिभाग करते हुए पौष्टिक भोजन से भरी ‘‘श्री अन्न थाली’’ का विधिवत् शुभारम्भ किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी, मुख्य विकास अधिकारी एवं अन्य गणमान्यों ने स्थानीय उत्पादों के स्टाॅल का अवलोकन किया तथा सहायता समूह की महिलाओं द्वारा बनाये गए स्थानीय व्यंजनों को लुफ्त उठाया।
आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी सोनिका ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा वर्ष 2023 को मिलेट वर्ष घोषित किया गया है इसी क्रम में कलैण्डर जारी किया है उसी उपलक्ष में यह कार्यक्रम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्राय यह देखा जाता है कि हम लोगों द्वारा अपने स्थानीय उत्पादों को वरियता नहीं दी जाती है, जबकि स्थानीय खाद्व उत्पाद मौटै अनाज की गुणवत्ता एवं पौष्टिकता बहुत अधिक होती होती। इसका प्रचार-प्रसार किये जाने की आवश्यकता है, जिससे स्थानीय मौटे अनाज के उत्पादन में वृद्वि हो तथा स्थानीय किसानों की आय भी बढे। उन्होंने कहा कि बच्चों, महिला, पुरूष सभी इसका इस्तेमाल करें। आजकल की युवा पीढी गलत खान-पान की तरफ जा रही है, जिससे कई प्रकार की बीमारियां होने की संभावना बनी रहती है।
उन्होंने सभी से स्थानीय उत्पादों एवं मौटे अनाज झंगौरा, मण्डुवा, गैत, काला भट्ट इत्यादि का सेवन करने की अपील की। इस अवसर पर गोष्ठी का आयेाजन किया गया जिसमें किसान एवं संस्थान से आए विद्ववानों द्वारा स्थानीय मौटे अनाज की उत्पादन एवं किसानों की आय बढाने तथा बेहतर बाजार उपलब्ध कराने पर मंथन किया गया। सभी द्वारा केन्द्र एवं राज्य सरकार का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान, अपर जिलाधिकारी प्रशासन डाॅ एस के बरनवाल, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व के.के मिश्रा, निदेशक ग्राम्य विकास अभिकरण आर.सी तिवारी, खण्ड विकास अधिकारी रायपुर चक्रधर सेमवाल, जिला पर्यटन विकास अधिकारी जसपाल चैहान, मुख्य कृषि अधिकारी लतिका सिंह सहित स्वयं सहायता समूह की महिलाएं एवं किसान आदि उपस्थित रहे।