उत्तराखंड राज्य को अलग राज्य दर्जा तो मिला पर अब तक विकास नही

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देहरादून: उत्तराखंड कांग्रेस के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने कहा कि अलग राज्य के लिए जिन्होंने अपनी शहादतें दीं, संघर्ष किया और किसी न किसी रूप में राज्य निर्माण के आंदोलन में सहयोग दिया, उन लोगों ने जैसे उत्तराखंड का सपना देखा था, उसे पूरा करने के लिए अभी लंबा रास्ता तय करना है। मंजिल अभी दूर है। कैंट विधानसभा क्षेत्र स्थित कालिंदी एनक्लेव के कैम्प कार्यालय में धस्माना ने राज्य की स्थापना दिवस के मौके पर आंदोलनकारियों को सम्मानित किया।
इस मौके पर कांग्रेस की चुनाव घोषणा पत्र समिति के संयोजक सूर्यकांत धस्माना ने बतौर मुख्य अतिथि कहा कि आज के पवित्र अवसर पर ये हम सब का कर्तव्य है कि हम न केवल उन लोगों के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट करें, जिन्होंने उत्तराखंड राज्य निर्माण के संघर्ष में अपना योगदान दिया। हमें यह संकल्प भी दोहराना चाहिए कि जिन सपनों को देख कर उत्तराखंड राज्य के लिए संघर्ष किया गया, उन सपनों को पूरा करने की दिशा में हम सतत आगे बड़ें। धस्माना ने कहा कि इस राज्य के निर्माण के बाद से ले कर अब तक कि 21 वर्षों की यात्रा में कांग्रेस ने 10 वर्षों के अपने कार्यकाल में उत्तराखंड को संवारने में जो योगदान दिया उसको लोग याद कर रहे हैं। अब जनता की इच्छा है कि एक बार फिर कांग्रेस को मौका दे कर विकास की उस यात्रा को आगे बढ़ाया जाय।
आंदोलनकारी नेता पंडित अनिल डोबरियाल ने कहा कि हम लोगों ने जैसे राज्य के बारे में कल्पना की थी, वैसा राज्य अभी नहीं बन पाया। उन्होंने कहा कि पलायन अभी भी बड़ी समस्या है।उसके मूल में बेरोजगारी, ध्वस्त पड़ी स्वास्थ्य सेवाएं व निम्न स्तर की शिक्षा व्यवस्था है। उन्होंने कहा कि शहीदों के सपनों के उत्तराखंड बनाने के लिए हम सब को मिल कर काम करना होगा।
इस अवसर पर धस्माना ने पंडित अनिल डोबरियाल, कुलदीप जखमोला, पी एस असवाल, अजीत शर्मा को शाल पहनाकर सम्मानित किया। इस अवसर पर युवा कांग्रेस महानगर अध्यक्ष गौतम सोनकर, ब्लॉक कांग्रेस कांवली अध्यक्ष अल्ताफ, ब्लॉक अध्यक्ष यमुना कलौनी प्रमोद कुमार गुप्ता, ब्लॉक प्रेमनगर अध्यक्ष सुशीला बेलवाल, जया गुलानी, अभिषेक तिवारी, प्रेमसागर, रामबाबू, आरपी सुंदरियाल, उदयवीर सिंह पंवार, धर्म सोनकर ने भी अपने विचार व्यक्त किये।