देहरादून, 26 जून: सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी 11वीं स्टेट वुशू चैम्पियनशिप का औपचारिक शुभारम्भ करने पहुंचे। सबसे पहले प्रत्येक खिलाड़ी के पास जाकर उन्होंने प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर रहे सभी खिलाड़ियों का परिचय प्राप्त किया। इसके उपरांत खिलाड़ियों द्वारा बुशू की डेमो फाईट दिखाई।
चैम्पियनशिप की तकनीकी निदेशक अंजना रानी ने वुशु खेल के बारे में बताया कि यह एक मिक्स मार्शल आर्ट गेम है। इस खेल में दो प्रमुख श्रेणियों होती हैं – संसौ और ताओलो। ताओलो में मार्शल आर्ट पैटर्न, एक्रोबेटिक मूवमेंट्स और तकनीक शामिल हैं। संसौ एक आधुनिक लड़ाई विधि और एक पूर्ण संपर्क खेल है। संसौ में मुक्केबाजी, किक (किकबॉक्सिंग), और कुश्ती शामिल है।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने खिलाड़ियों को अपनी शुभकामनाएं देते हुए संबोधित करते हुए कहा कि कला संगीत और खेल हमारी मानवीय उन्नति के परिचायक गुण हैं। हमारे राज्य में एक से बढ़ कर एक खेल प्रतिभाएं हैं। राज्य की खेल प्रतिभाएं लगभग सभी खेलों में नेशनल तथा इंटरनेशल स्तर पर अपनी प्रतिभा की चमक विखेर रही हैं। आज देश में खेल प्रतिभाओं को निखारने तराशने तथा आगे बढ़ाने के लिए बेहद अनुकूल माहौल तैयार किया जा रहा है। देश के यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी स्वयं ‘‘खेलो इंडिया’’ और ‘‘फिट इंडिया चेलेंज’’ जैसे लोकप्रिय अभियानों के माध्यम से खेल प्रतिभाओं को प्रोत्साहित कर रहे हैं।
हमारे युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में खेलों के प्रोत्साहन के लिए विशेष नीति बनाई जा रही है। अभी पिछले दिनों पास हुए सालाना बजट में ओपन जिम तथा खेलों के लिए विशेष आर्थिक प्रावधान किए गए हैं। यह पूरा परिसर तथा यह हॉल जिसमें यह प्रतियोगिता आयोजित हो रही खेल सुविधाओं पर विशेष ध्यान दिए जाने का ही परिणाम है। जिला स्तर पर भी खिलाड़ियों के लिए मिनि स्टेडियमों का निर्माण किया जा रहा है।
उन्होंने अभिभावकों का भी आह्वान किया कि अपने बच्चों की खेल रूचियों को आगे बढ़ाएं। आज प्रतिभावान खिलाड़ियों के लिए राष्ट्रीय तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर तक अपनी प्रतिभा को पहचान दिलाने का बहुत ही अनुकूल माहौल बनाया गया है। मैं अपने स्तर से भी खेल और खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करता हूं। अभी कल ही अंडर – 20 नेशनल वुमन टीम में चयनित अंजना थापा मुझसे मिली थी। वह गोरखा मिलिट्री इंटर कॉलेज की छात्रा है। कुछ दिनों पहले मैंने 40 प्लस तथा 50 प्लस की टीमों को रवाना किया था जो नेशनल लेवल पर गोल्ड तथा सिल्वर मैडल जीत कर लाए हैं।
इस दौरान एनआईएस कोच यज्ञनेश सबकाल, सचिव काजल रानी, जितेन्द्र बाजवा, शमशेर सिंह बिष्ट, जॉन डेविड नंदा, रवि मिश्रा, आकाश बछेती, पूनम नौटियाल भी उपस्थित रहे।