‘‘सड़क सुरक्षा के बारे में बच्चों को कम उम्र में ही शिक्षित करना बेहद महत्वपूर्ण होता है: प्रभु नागराज

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देहरादून, 2 मई, 2022:  होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया ने नागरिकों को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बनाने के लिए अपने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान को जारी रखते हुए आगे बढ़ाया है। तीन दिवसीय कैम्प का आयोजन देहरादून के हिमालयन इंटरनेशनल स्कूल में हुआ, जहां 2100 से अधिक स्कूली छात्रों और स्टाफ के सदस्यों ने हिस्सा लिया, जिन्हें सुरक्षित राइडिंग के बारे में जागरुक बनाया गया। एचएमएसआई के रोड सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स ने प्रतिभागियों की उम्र को ध्यान में रखते हुए उचित सड़क सुरक्षा लर्निंग प्रोग्राम के माध्यम से सभी को सड़क सुरक्षा के बारे में जागरुक बनाया।

भारत को सड़क सुरक्षा पर जागरुक बनाने की होण्डा की प्रतिबद्धता के बारे में बात करते हुए श्री प्रभु नागराज, ऑपरेटिंग ऑफिसर- ब्राण्ड एण्ड कम्युनिकेशन, होण्डा मोटरसाइकल एण्ड स्कूटर इंडिया ने कहा, ‘‘सड़क सुरक्षा के बारे में बच्चों को कम उम्र में ही शिक्षित करना बेहद महत्वपूर्ण होता है। भारतीयों को सड़कों पर सुरक्षित बनाने की अपनी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाते हुए हमने अपने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान के तहत फिज़िकल ट्रेनिंग फिर से शुरू कर दी है। हमारा लक्ष्य बच्चों को कल के सुरक्षा दूत के रूप में शिक्षित करना है साथ ही हम व्यस्कों को भी सड़क सुरक्षा का महत्व समझाना चाहते हैं।’’

एचएमएसआई के देहरादून में आयोजित  राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रम में  एचएमएसआई के विशेष रूप से प्रशिक्षित सड़क सुरक्षा इंस्ट्रक्टर्स ने 5 से 10 साल के छात्रों को बताया कि उन्हें स्कूल बस में और साइकल चलाते समय क्या करना चाहिए और क्या नहीं। 11-12 साल के बच्चों को सिखाया गया कि साइकल चलाते समय कैसे सुरक्षा का ध्यान रखें, दोपहिया वाहन के पीछे बैठकर सवारी करते समय किस तरह सुरक्षा बरतें, साथ ही उन्हें सड़क पर सुरक्षा गियर का महत्व भी बताया गया। इस लर्निंग को अधिक रोचक और व्यवहारिक बनाने के लिए छात्रों को विशेष रूप से आयात की गई सीआरएफ 50 मोटरसाइकलों पर व्यवहारिक प्रशिक्षण भी  दिया गया।

  13-17 साल के बच्चों एवं स्टाफ के लिए सेफ्टी राइडिंग थ्योरी सत्र आयोजित किए गए, जिसमें उन्हें सड़क सुरक्षा के नियमों एवं विनियमों, सड़क संकेतों एवं चिन्हों, सड़क पर ड्राइवर के कर्तव्य, राइडिंग गियर एवं पोस्चर तथा सुरक्षित राइडिंग के लिए सड़क पर शिष्टाचार की जानकारी दी गई।  स्कूल स्टाफ के सदस्य जो पहले से वाहन चलाते हैं,  दोपहिया वाहन पर व्यवहारिक प्रशिक्षण के माध्यम से उनके राइडिंग कौशल में सुधार लाया गया।  छात्र सड़क सुरक्षा के बारे में ज़्यादा से ज़्यादा सीख सकें, यह सुनिश्चित करने के लिए एचएमएसआई ने रोज़ाना कई रोचक शैक्षणिक गतिविधियों जैसे सुरक्षा क्विज़ और गेम्स आदि का आयोजन किया

होण्डा के लिए दुनिया भर में सड़क सुरक्षा सबसे पहली प्राथमिकता है। अप्रैल 2021 में की गई घोषणा के मुताबिक ‘‘होण्डा 2050 तक दुनिया भर में होण्डा की मोटरसाइकलों एवं ऑटोमोबाइल्स की जानलेवा दुर्घटनाओं को शून्य तक लाने के लिए प्रयास करेगी।’’ अपने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व को पूरा करते हुए एचएमएसआई 2001 में भारत में अपनी शुरूआत से ही सड़क सुरक्षा को बढ़ावा दे रही है। होण्डा के विश्वसतरीय सुरक्षा दृष्टिकोण के साकार रूप देते हुए, आज एचएमएसआई का सड़क सुरक्षा जागरुकता अभियान 45 लाख से अधिक भारतीयों  तक पहुंच चुका है। इसके कुशल सेफ्टी इंस्ट्रक्टर्स की टीम देश भर में अपने 10 अडॉप्टेड टै्रफिक ट्रेनिंग पार्कों और 7 सेफ्टी ड्राइविंग एजुकेशन सेंटरों में रोज़ाना प्रोग्रामों का संचालन करती है।

 इतना ही नहीं, देश भर में एचएमएसआई की 1000 से अधिक डीलरशिप्स भी सड़क सुरक्षा जागरुकता का प्रसार कर रही हैं। एचएमएसआई का प्रॉपराइटरी वर्चुअल राइडिंग सिमुलेटर, राइडर को जोखिम का पूर्वानुमान लगाने में मदद करता है; वहीं भारत के हर डीलरशिप में नए उपभोक्ताओं को डिलीवरी देने से पहले सड़क सुरक्षा की सलाह दी जाती है।  इसके अलावा, न्यू नॉर्मल के इस दौर में भी लर्निंग रूकनी नहीं चाहिए, इसके लिए होण्डा ने डिजिटल सड़क सुरक्षा शिक्षा अभियान- ‘होण्डा रोड सेफ्टी ई-गुरूकुल’ की शुरूआत की। मई 2020 में अपनी शुरूआत के बाद से यह अभियान 7 लाख से अधिक लोगों को सड़क के ज़िम्मेदाराना इस्तेमाल के बारे में जागरुक बना चुका है।