देहरादून, 15 दिसम्बर। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि युवाओं को देश की लीडरशीप देनी है। हमारे देश के युवाओं में असीमित संभावनाएं है। युवाओं का हौसला, साहस, लगन और ऊर्जा भारत को विश्व में प्रत्येक क्षेत्र में सर्वोच्च स्थान दिलाएगा। राज्यपाल ने कहा कि यह गर्व का विषय है कि उत्तराखण्ड में बालिकाओं की उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भागीदारी प्रतिशत अधिक है। युवाओं को भारत के प्राचीन ज्ञान को आधुनिक कौशलों के साथ समन्वित करके देश को फिर से नॉलेज सुपर पावर बनाना होगा।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने बुधवार को दून विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह में बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री डा0 धन सिंह रावत भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय के 93 मेधावियों को स्वर्ण पदक से सम्मानित किया। दीक्षांत समारोह में उपाधि एवं मेडल प्राप्त करने वालों में बालिकाओं की अधिक भागीदारी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुये राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि उत्तराखण्ड महिला सशक्तीकरण के क्षेत्र में एक मिसाल है। यहां प्रत्येक क्षेत्र में महिलाएं स्वयं को सिद्ध कर रही हैं। राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों की परिश्रमी व आत्मविश्वासी महिलाएं पूरे देश के लिये प्रेरणास्रोत है। सुदूर क्षेत्रों में महिलाएं स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से आर्थिक सशक्तीकरण का नया अध्याय लिख रही है। राज्यपाल ने कहा कि देहरादून एक उत्कृष्ट एजुकेशन हब है। यहाँ के विश्वविद्यालयों को स्वायत्त के साथ ही जवाबदेह भी बनना होगा। विश्वविद्यालयों को रिसर्च और एजुकेशन में लीडरशीप देनी होगी।
राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालयों के विद्यार्थियों को विदेशी भाषाएं सीखने के साथ ही हमारी सभ्यता और संस्कृति की धरोहर भाषा संस्कृत तथा पाली, प्राकृत, गुरूमुखी सहित भारत की 300 भाषाओं को भी प्रोत्साहित करना होगा। विदेशी और भारतीय भाषाओं के मध्य तालमेल को पहचानना होगा। राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि) ने कहा कि युवा भारत पूरी दुनिया में अपना लोहा मनवा सकता है। आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने में कुशल युवाओं का बड़ा योगदान होगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय नई शिक्षा नीति के क्रियान्वयन में महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाएंगे। इस अवसर पर राज्यपाल ले ज गुरमीत सिंह (से नि) ने समाजसेवी माता मंगला जी तथा मंहत महेन्द्र दास जी को डी लिट् की मानद उपाधि प्रदान की। दीक्षांत समारोह में कुलपति दून विश्वविद्यालय प्रो0 सुरेखा डंगवाल, विश्वविद्यालय के कुलसचिव, विभिन्न राज्य विश्वविद्यालयों के कुलपति, शिक्षक एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।
Attachments area