देहरादून। यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के नागरिकों की सकुशल घर वापसी के संदर्भ में आज सचिवालय में हुई अधिकारियों की बैठक में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि वह यूक्रेन में फंसे लोगों से और उनके परिजनों से लगातार संपर्क बनाए रखें और उनके बारे में सभी जानकारियां एकत्रित करें जिसे दिल्ली स्थित स्थानिक आयुक्त कार्यालय को भेजा जा सके जिससे लोगों की सुरक्षित वापसी संभव हो सके, और एमईए को सूचनाओं का आदानकृप्रदान हो सके।
प्रभारी मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने कहा कि अब तक उनके पास 282 लोगों के यूक्रेन में होने की जानकारी है तथा 33 लोग अब तक वापस लौट आए हैं। उन्होंने कहा कि बाकी लोगों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित की जा सके इसके लिए राज्य आपदा परिचालन केंद्र को सक्रिय किया गया है तथा जनपद व तहसील स्तर पर नोडल अधिकारी तैनात किए गए हैं। दिल्ली और मुंबई पहुंचने वाले लोगों के लिए एक समन्वय केंद्र स्थापित किया गया है जिससे कि वापस आने वालों के परिजनों को उन तक पहुंचने व रहने की कोई समस्या न हो।
उन्होंने कहा कि इसके लिए दिल्ली में सचिव विनोद कुमार सुमन को नोडल अधिकारी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे लोगों की वापसी के लिए सूचनाओं के आदानकृप्रदान में किसी तरह की दिक्कत न हो इसकी एक मजबूत व्यवस्था की गई है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन में फंसे लोगों की लोकेशन सहित अगर सभी जानकारियां उपलब्ध होगी तभी उन तक पहुंचना संभव होगा और उनकी वापसी के सही प्रयास किए जा सकेंगे।
उल्लेखनीय है कि यूक्रेन में फंसे उत्तराखंड के लोगों को वापस लाने को लेकर सरकार हर संभव प्रयास कर रही है। प्रारंभिक दौर में सरकार के पास इनका कोई डाटा उपलब्ध नहीं था जिसके लिए हेल्प लाइन नंबर जारी कर जानकारियां जुटाई गई। राज्य के 300 से अधिक लोगों के यूक्रेन में फंसे होने की जानकारी मिली थी। लेकिन इनके बारे में पूरी जानकारी न होने के कारण उनसे संपर्क बनाने में दिक्कतें हो रही थी जिसे अब आसान बनाने और उनकी वापसी के प्रयासों को तेज किया जा रहा है। बैठक में अपर मुख्य सचिव आनंद वर्धन एडीजी इंटेलिजेंस संजय गुंज्याल व ए एस मुरुगेशन, विनोद कुमार, निवेदिता कुकरेती सहित अन्य कई अधिकारी मौजूद रहे।