देहरादून : बलभद्र खलंगा विकास समिति ने अपना 48वाॅ स्थापना दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस अवसर पर मीडिया प्रभारी प्रभा शाह ने बताया कि इस कार्यक्रम का आयोजन नालापानी स्थित खलंगा युद्ध स्मारक पर किया गया।इस अवसर पर साईकिल रैली का आयोजन किया गया। विश्व इतिहास में अंग्रॆजों और गोर्खाओं के मध्य एक अति भीषण युद्ध सन् 1814 के अक्टूबर नवंबर में नालापानी देहरादून में हुआ था । जिसमें 600 वीर गोर्खा ,गढ़वाली, कुमाऊँनी एवं स्थानीय लोग महिलाओं -बच्चों ने अंग्रेज़ी सेना की एक डिवीजन जो आधुनिक हथियारों-तोपों से लेस थे।
उनके आक्रमणों को न केवल विफल किया अपितु उनके सेनानायक जनरल जिलेस्पी तक को धराशाही किया था। हमारे वीर जाँबाज सेनानायक बलभद्र थापा ने अंग्रेज़ी सेना द्वारा पानी के एक मात्र स्रोत बंद किये जाने के बाद भोजन एवं पानी की कमी एवं ज्यादा सैनिकों के घायल होने की स्थिति में 30नवंबर1814 को अपने70 सैनिकों के साथ गर्जना के साथ “खलंगा अजेय है, मैं स्वेच्छा से इसे छोड़ कर जा रहा हूँ ।” कहते हुए खलंगा का किला छोड़ कर नहान (मलौन)की ओर पलायन किया ।
स्थापना खलंगा युद्ध जो आंग्ल-गोर्खा युद्ध 1814-1816 के नाम से इतिहास में जाना जाता है ।हमारे वीर-वीरांगनाओं की बहादुरी का इतिहास आने वाली हमारी संतानों को भी पता चल सके , इस सोंच को ध्यान में रखकर देहरादून के बुद्धि जीवियों ने 12 मई 1974 में श्री 108महंत पूर्णानंद गिरि महाराज की अध्यक्षता में ” बलभद्र खलंगा विकास समिति ” का गठन किया एवं स्व० महाराज कुमार नरेंद्र शमशेर जंग बहादुर राणा को अध्यक्ष एवं राजमाता टिहरी श्रीमती कमलेंद्र शाह को संरक्षिका नियुक्त किया ।16 मार्च 1975 में सागरताल में पहले खलंगा मेले का आयोजन किया गया ।
सन् 1992 से लगातार प्रतिवर्ष श्री रामसिंह थापा जी की अध्यक्षता में मेले का भव्य आयोजन कर लोगों को इस वीर स्थल के विषय में जानकारी देने का काम समिति सुचारू रूप से कर रही है । 16अक्टूबर 2006 को समिति पंजीकृत हुई। समिति के वर्तमान अध्यक्ष श्री दीपक कुमार बोहराजी ने बताया कि इस समिति के अथक प्रयास से नालापानी में बलभद्र खलंगा द्वार का निर्माण , वन विभाग से भूमि हस्तांरित कराकर ” बलभद्र खल॔गा युद्ध स्मारक ” का निर्माण तथा पक्के रास्ते का निर्माण कार्य कराया गया ।”इको टूरिज्म विकास कार्य ” के अंतर्गत सागरताल म कुछ निर्माण कार्य कराये गये एवं सर्वे आॅफ इण्डिया द्वारा खलंगा युद्ध क्षेत्र का नया मानचित्र प्रकाशित किया गया ।समितिकी सचिव एवं मीडिया प्रभारी प्रभा शाह ने अवगत कराया कि आज के आयोजन मे स्थापना दिवसका शुभारंभ खलंगा युद्ध स्मारक सहस्त्रधारा से, प्रातः 7:00 बजे , *स्वास्थ्य एवं पर्यावरण संरक्षण एवं स्वच्छता जागरूकता हेतु खलंगा बहादुरी साईकिल रैली से हुआ, जिसका समापन खलंगा युद्ध स्मारक नालापानी में हुआ।
इस रैली का नेतृत्व रोड स्पिन वारियर्स एवं पहाड़ी पैडलर्स टीम के कर्नल अनिल गुरूंग, कर्नल संजीव थापा एवं कैप्टन गोपाल सिंह राना ने किया। खलंगा युद्ध स्मारक में संरक्षक मा०हीरा सिंह बिष्टजी, ब्रिगेडियर पी०एस०गुरूंग , गोर्खाली सुधार सभा के अध्यक्ष श्री पदम सिंह थापाजी एवं बलभद्र खलंगा विकास समितिके अध्यक्ष श्री दीपक कुमार बोहरा जी ने खलंगा युद्ध स्मारक पर पुष्पचक्र अर्पित करते हुए वीर – वीरांगनाओं को श्रद्धांजलि दी ।समिति अध्यक्ष श्री दीपक बोहरा जी ने सभी को स्थापना दिवस की शुभकामनाएं दीं |इस अवसर पर देशभक्ति के गीत प्रस्तुतियों के माध्यम से वीरों को नमन किया गया। इस अवसर पर समिति के पूर्व अध्यक्ष कर्नल डी०एस०खड़का, कर्नल एम०बी०राना , उपाध्यक्ष सुश्री बीनू गुरूंग, सचिव प्रभा शाह, कोषाध्यक्ष ऐडवोकेट शशिकांत शाही, सांस्कृतिक सचिव कै०वाई०बी०थापा, बलभद्र खलंगा विकास समिति के वरिष्ठ सदस्यगण,रोड स्पिन वारियर्स साइकलिंग टीम के समस्त सदस्य , भाषा समिति के अध्यक्ष श्री मधुसूदन शर्मा, श्री देविन शाही , श्रीमती हिमानी गुरूंग , उपस्थित रहे।